पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया, रमन सिंह जी धैर्य न खोये ज्यादा बेचैन होने की जरूरत नहीं है. पहले हावर्ड विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री का व्यक्तव्य तो हो जाने दें: त्रिवेदी
रायपुर/11 फरवरी 2020। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि रमन सिंह जी धैर्य न खोये, ज्यादा बेचैन होने की जरूरत नहीं है। पहले हावर्ड विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री जी का व्यक्तव्य तो हो जाने दे। रमन सिंह जी वरिष्ठ राजनेता है। 2018 के विधानसभा चुनावों की हार की कड़वाहट भुलाकर समग्र छत्तीसगढ़ की दृष्टि से मुख्यमंत्री के हावर्ड विश्वविद्यालय में व्यक्तव्य की प्रतीज्ञा करनी चाहिये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की पीड़ा स्वाभाविक है जो 15 साल में नहीं कर पाये, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक साल में हासिल कर दिये। 15 साल के रमन सरकार का विकास सिर्फ भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोगों को दिखता था। छत्तीसगढ़ की जनता विकास से महरूम थी। अब एक साल का विकास जनता देख रही है और भाजपा और आरएसएस को विकास नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजना नरवा, गरूवा, घुरवा बाड़ी भी राज्य के बाहर देश में सराहा गया। अब विदेशों में चर्चा हो रही है तो रमन भाजपा को पीड़ा हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि विश्व जाने माने हावर्ड विश्वविद्यालय में इंडिया कान्क्लेव आयोजित किया गया है जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को आमंत्रित किया गया है। यह हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है, खुशी की बात है। छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धियों ने विश्व के इतने नामचीन विश्व विद्यालय का ध्यान आकर्षित किया है और छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के प्रतीक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वहां जाकर छत्तीसगढ़ के बात कहेंगे छत्तीसगढ़ के लोगों की बात कहेंगे इससे ज्यादा खुशी की बात हम सबके लिये क्या हो सकती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी हार्वर्ड विश्वविद्यालय में इंडिया कान्क्लेव में भाग लेने के लिए गए हैं, जिसमें भाजपा के भी अनेक केंद्रीय मंत्री और नेता और अनेक मुख्यमंत्री भाग ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी को इससे बौखलाहट नहीं चाहिये। रमन सिंह जी और भाजपा की इस पर टीका टिप्पणी कदापि उचित नहीं है। भारतीय जनता पार्टी अपने स्वभाव के अनुरूप अपने छत्तीसगढ़ विरोधी किसान विरोधी गाँव विरोधी चरित्र का परिचय देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अमेरिका जाने में गलतियां ढूंढने में लगी है, जो बेहद गलत है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि दरअसल रमन सिंह जी इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं कि छत्तीसगढ़ का कोई एक बेटा, छत्तीसगढ़ की माटी के लाडले सपूत भूपेश बघेल अमेरिका जाकर, छत्तीसगढ़ की बात करने जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ को जो पहचान अंतरराष्ट्रीय पर मिल रही है। छत्तीसगढ़ सरकार के जो कामों को सम्मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिल रहा है, उसे रमन सिंह जी और भाजपा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि रमन सिंह जी विधानसभा चुनाव में हार की कड़वाहट को अभी तक भूला नहीं पा रहे है। छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने जिस तरीके से 15 साल राज करने के बाद रमन सिंह जी को खारिज किया और 15 सीटों पर सीमित कर दिया। उसकी खींज रमन सिंह जी बयानबाजी करके नकालने में लगे हुये है। रमन सिंह जी को तो खुश होना चाहिये कि उनको न सही छत्तीसगढ़ के किसी मुख्यमंत्री को हावर्ड यूनिवसिर्टी ने बुलाने लायक समझा। विश्व के जाने माने विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों पर बात हो रही है। यह हर छत्तीसगढ़वासी के लिये गौरव की बात है, स्वाभिमान की बात है। इसमें रमन सिंह जी को तकलीफ नहीं होना चाहिये।