सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है दाल, जानें
संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर में सोमवार 10 फरवरी को विश्व दलहन दिवस यानी वर्ल्ड पल्सेस डे के तौर पर मनाया। इसकी शुरुआत 1 साल पहले यानी साल 2019 से ही हुई है। इसका मकसद लोगों को दलहन यानी दालों के महत्व और दालें हमारी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद हैं ये बताना है। भोजन के रूप में दाल सुपाच्य होती है यानी बड़ी आसानी से पच जाती है। मसूर दाल, अरहर दाल, मूंग दाल के अलावा दालों में चना, सूखी फलियां, सूखी मटर और अन्य प्रकार की दालें भी शामिल होती हैं।
WHO ने भी दी दाल खाने की सलाह
आपको बता दें कि दालें पोषक तत्वों का खजाना हैं। दालों से आपको भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फॉरस, आयरन, प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम और अन्य विटमिन्स और मिनरल्स प्राप्त होते हैं। दालों को उनके गुणों के कारण ही विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने डायबीटीज, हृदय रोग और अन्य गैर-संचारी रोगों के प्रबंधन के लिए बेहतर माना है और इन बीमारियों में दाल खाने की सलाह भी दी जाती है। दालें पोषक तत्वों के साथ उच्च प्रोटीन युक्त होती हैं। यह प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत हैं। 25 ग्राम दाल से आप 100 ग्राम तक प्रोटीन प्राप्त कर सकते हैं। यह उन क्षेत्रों में प्रोटीन का बेहतर स्त्रोत हैं, जहां के लोग प्रोटीन के लिए मांस या डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन नहीं कर पाते।
6 से ज्यादा बीमारियों में फायदेमंद है दाल
– दाल में फाइटोकेमिकल्स और टैनिन्स भी होता है जिस वजह से दाल में ऐंटिऑक्सिडेंट और ऐंटिकार्सिनोजेनिक इफेक्ट होता है जिससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि दाल कैंसर से भी बचा सकती है।
– दाल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स कम होता है लिहाजा दालें, डायबीटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है। दाल खाने से शुगर पेशंट्स का ब्लड शुगर लेवल हेल्दी रहता है और इंसुलिन का लेवल भी कंट्रोल में रहता है।
– दालें वसा में कम और घुलनशील फाइबर से युक्त होती हैं, जो कलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
– दाल को मोटापे से निपटने में मदद करने के लिए भी उपयुक्त माना गया है।
– दालों में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। पाचन में भी यह मददगार है।
– दालों में आयरन प्रचूर मात्रा में होता है जो कि अनीमिया और खून की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है।
– दालों में सोडियम की मात्रा कम होती है। अत्यधिक सोडियम-क्लोराइड हाइपरटेंशन को बढ़ाते हैं, इसलिए अगर आपको सोडियम कम लेना है तो दाल खाइए।