दिल्ली विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिकता को जनता ने खारिज किया : त्रिवेदी
रायपुर/11 फरवरी 2020। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिकता और नफरत की राजनीति को जनता ने खारिज किया। सीएए और एनआरसी को भाजपा ने दिल्ली चुनाव में मुद्दा बनाया था। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिये क्या-क्या नहीं किया। 30 जनवरी को राजघाट जा रहे जामिया मीडिया के प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलायी गयी। दिल्ली में दूसरा गोली चालन शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों पर हुआ। गोली चालन पुलिस ने नहीं किया। ये गोली चालन सांप्रदायिकता में अंधे हो चुके नौजवानों ने किया। इसी तरह सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के गार्गी कालेज में घुस कर छात्राओं के साथ यौन दुर्व्यवहार किया और लंपटता का नंगा नाच हुआ। दिल्ली के मतदाताओं ने भाजपा की सांप्रदायिक धु्रवीकरण की कोशिश की प्रति किया ध्रुवीकरण हुआ। दिल्ली के आम नागरिको ने फैसला लिया कि भाजपा को हराना है। चुंकि भाजपा को हराने की स्थिति में आम आदमी पार्टी दिख रही थी, इसलिये आम आदमी पार्टी को इसका लाभ मिला। आम आदमी पार्टी के पांच साल के कार्यकाल को देखते हुये कांग्रेस को लाभ मिलता। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिशों के खिलाफ जो ध्रुवीकरण हुआ वो आम आदमी पार्टी के पक्ष में चला गया। इसलिए आप दिल्ली में सरकार बनाने में सफल होती दिख रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 135 वर्ष के इतिहास में कांग्रेस पार्टी ने कई बार विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है और हर विपरीत परिस्थिति से कांग्रेस पार्टी और मजबूत होकर उभरी है। कांग्रेस एक जीवंत पार्टी है। 1885 से लेकर आज तक 135 वर्ष के इतिहास में कांग्रेस ने अनेक चुनौतियों का सामना किया। दिल्ली की हार की पार्टी में समीक्षा की जायेगी। कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने का संकल्प फिर से दोहराती है। पार्टी के अंदर और पार्टी फोरम में हार के कारणों पर चर्चा की जायेगी और सुधार के उपाय भी किये जायेंगे। हम और मजबूत होकर उभरेंगे। आम लोगो ने भाजपा को हराने के लिए वोट किया है। आम आदमी पार्टी वहां बेहतर स्थिति में दिख रही थी। उनकी सरकार थी इसलिये ध्रुवीकरण का लाभ आप को मिला। भाजपा के खिलाफ, आम लोगों, गरीब लोगों, हर धर्म को मानने वाले लोगों का धु्रवीकरण हुआ। इसका लाभ आम आदमी पार्टी को मिला है। भाजपा को हराना लोगों की पहली प्राथमिकता बन गया था। इसका लाभ आम आदमी पार्टी को मिला।