राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के आने के पहले रायपुर को घेरेंगे ब्लैक कमांडो
रायपुर। राज्योत्सव में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के शामिल होने के प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी के तहत एनएसजी के कमांडो रायपुर आने वाले हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लगभग 150 ब्लैक कैट कमांडो प्रदेश के वरिष्ठ सुरक्षा अफसरों के साथ एयरपोर्ट, होटलों, राज्योत्सव स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बनाएंगे।
अधिकारियों का कहना है कि रूटीन कार्रवाई के तहत मात्र रिहर्सल में शामिल होने के लिए कमांडो रायपुर आएंगे, लेकिन करीबी सूत्र का दावा है कि कमांडो यहां सुरक्षा लेयर की जांच करेंगे। वीआईपी, वीवीआईपी मूवमेंट के लिए प्रोटोकॉल की मजबूत व्यवस्था होगी।
उल्लेखनीय है कि सिमी और इंडियन मुजाहिद्दीन के तार प्रदेश से जुड़े निकले हैं। शहरी नक्सली नेटवर्क का भी खुलासा हो चुका है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर शहर को बेहद संवेदनशील मानते हुए केंद्रीय स्तर पर सुरक्षा की रणनीति तैयार की गई है।
आधुनिक हथियारों से लैस ब्लैक कैट कमांडो चिन्हांकित जगहों पर सुरक्षा इंतजाम देखने के साथ रिहर्सल भी करेंगे। वीआईपी मूवमेंट के दौरान सुरक्षा का स्तर कैसा हो, इसकी भी जानकारी वे स्थानीय जवानों को देंगे। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय को जांच रिपोर्ट देंगे।
क्या है एनएसजी
एनएसजी भारत की एक विशेष प्रतिक्रिया यूनिट है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों में होता है। यह केंद्रीय अर्धसैनिक बल के ढांचे के भीतर काम करता है।
इसलिए कहते हैं ब्लैक कैट
एनएसजी के कमांडो हमेशा काले जैकेट अथवा बॉडी प्रोटेक्टर पहने रहते हैं। यह ऊपर से लेकर नीचे तक काले रंग का होता है, इसलिए इन्हें ब्लैक कैट कहा जाता है। विशेष कार्यों में सुरक्षा की जवाबदारी संभालने के दौरान ये काले ओवरऑल, नकाब या फिर काले रंग के हेलमेट में होते हैं।
अफसरों ने ली बैठक
सूत्रों के मुताबिक एनएसजी के कमांडो के आने और यहां की प्रस्तावित योजनाओं को लेकर रविवार देर शाम अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें रिहर्सल के संबंध में विस्तार से चर्चा की। एनएसजी के कमांडो के रुकने और रिहर्सल करने वाले हिस्सों में व्यवस्था सुनिश्ति कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए।
साभारः sp samchaar