गुजरात विधानसभा चुनाव : तारीख के ऐलान में देरी की यह है वजह
अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ न करने, और अभी तक भी नहीं किए जाने को लेकर चुनाव आयोग चारों ओर से आलोचना का शिकार हो रहा है.कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर पी चिंदबरम तक इस पर सवाल खड़ा कर चुके हैं. अब मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोती ने कहा है कि बाढ़ के चलते राहत कार्यों में बाधा न पहुंचे, इसलिए गुजरात चुनाव तारीखें अभी तक ऐलान नहीं कर रहे हैं. जबकि, इसी बीच गुजरात में स्थानीय निकाय उपचुनाव हुए हैं और इसमें बीजेपी को बड़ी जीत भी हासिल हुई है. कुल 8 सीटों में से बीजेपी 6 सीटें जीती हैं.चुनाव आयोग ने 12 अक्टूबर को घोषणा की थी कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 9 नवंबर को होंगे लेकिन गुजरात चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की थी. आयोग ने तमाम आलोचनाओं के बीच कहा कि गुजरात में चुनाव 18 दिसंबर से पहले होंगे.वैसे रविवार को ही पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के साथ ही गुजरात विधानसभा के लिए चुनावी कार्यक्रम की घोषणा नहीं करने पर चुनाव आयोग पर सवाल करने पर कांग्रेस की आलोचना की और आयोग का बचाव किया. मोदी ने गुजरात में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि संवैधानिक निकाय पर सवाल खड़ा करने का कांग्रेस के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है.आयोग का कहना है कि तारीखों के ऐलान की वजह गुजरात की बाढ़ है और हमें लगता है कि चुनाव के लिए करीब 26 हजार लोगों का स्टाफ इसमें जुटाना पड़ेगा और इससे बाढ़ का राहत कार्य प्रभावित होगा. उन्होंने पीएम मोदी के गुजरात दौरों और घोषणाओं पर कुछ भी टिप्पणी करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि हम किसी को कोई घोषणा करने से नहीं रोक सकते. हमने किसी को भी गुजरात जाने से रोका नहीं है.