करॉना वायरस के चलते 10% तक घटा खाने के तेल का दाम
चंडीगढ़
मलयेशिया और इंडोनेशिया में क्रूड पाम ऑइल के इंटरनैशनल प्राइस में 18 पर्सेंट की गिरावट आने के चलते देश में खाद्य तेल का दाम जनवरी में 10 पर्सेंट तक घटा। दरअसल, चीन में करॉना वायरस का प्रकोप होने से वहां पाम ऑइल की सप्लाई बंद हो गई है, जिससे सोयाबीन, सरसों और राइस ब्रान ऑइल सहित दूसरे तेल का दाम घट गया। इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इनके भाव में 30-40 पर्सेंट की तेज उछाल आई थी। चीन भारत के बाद पाम ऑइल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है लेकिन करॉना वायरस के प्रकोप से उसे इसकी सप्लाई रुक गई है।
जीजीएन रिसर्च के मैनेजिंग पार्टनर नीरव देसाई ने बताया, 'करॉना वायरस के फैलने से चीन की मांग घटी है। इससे पाम ऑइल मार्केट में भारत इकलौता थोक खरीदार रह गया है। इसके चलते घरेलू बाजार में दाम पिछले दो हफ्तों में 5-7 पर्सेंट तक घट गया है।' इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खाद्य तेल का दाम 30-40 पर्सेंट तक बढ़ा था। इसका मुख्य कारण पाम ऑइल के इंटरनैशनल प्राइस में आई तेजी थी। हालांकि घरेलू कीमतों में गिरावट आने के बावजूद जनवरी में इसका दाम 76,500 रुपये प्रति टन चल रहा है जो पिछले साल से 42 पर्सेंट अधिक है।
पिछले दो हफ्तों में 6 पर्सेंट तक कमजोर हुए क्रूड पाम ऑइल के दाम पर दबाव बना रह सकता है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स असोसिएशन(SEA) के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बी वी मेहता ने कहा, 'पाम ऑइल का दाम घटने की उम्मीद की जा रही थी, क्योंकि दिसंबर क्वॉर्टर में इसका भाव 30-40 पर्सेंट तक उछल गया था। इंटरनैशनल मार्केट प्राइस का असर घरेलू बाजार के दाम पर पड़ रहा है। इसमें और गिरावट आ सकती है।' SEA खाद्य तेल उद्योग की शीर्ष संस्था है।