November 24, 2024

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है, किसानो का नुकसान होने नहीं देगी : त्रिवेदी

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मोदी के किसान विरोधी बजट से किसानों का ध्यान हटाने भाजपा धान खरीदी पर मनगढ़त बेबुनियाद आरोप लगा रही है

अब तक 68 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है 15 फरवरी तक लक्ष्य पूरा हो जायेगा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है, किसानो का नुकसान होने नहीं देगी


रायपुर/05 फरवरी 2020। केन्द्र की मोदी सरकार के किसान विरोधी बजट से किसानों का ध्यान हटाने भाजपा के नेता धान खरीदी पर झूठा आरोप लगाकर राजनीति कर रहे है। धान खरीदी को लेकर भाजपा के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि किसान विरोधी किसानों के धान का 2500 रू. मूल्य देने की विरोधी भाजपा का किसान विरोधी चेहरा पर्दाफाश हो चुका है। भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को छिपाने के लिये भाजपा नेता बेबुनियाद मनगढ़त आरोपों का सहारा ले रहे है। मोदी सरकार के दूसरे बजट में भी भाजपा के चुनावी वादा के अनुसार स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार किसानों के धान का लागत मूल्य से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य एवं किसानों की आमदनी दुगुनी करने का कोई प्रावधान नहीं किया गया , मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैये खोखले वादे व भाजपा नेताओं के किसानों के शुभचिंतक होने का झूठ पर्दाफाश हो गया। मोदी की किसान विरोधी बजट से छत्तीसगढ़ के किसानों का ध्यान भटकाने के लिये भाजपा के नेता धान खरीदी में अव्यवस्था का मनगढ़त एवं झूठा आरोप लगा रहे है। सच्चाई यह है कि अभी तक 68 लाख मीट्रिक टन की धान की खरीदी हो चुकी है और 38 लाख मीट्रिक टन चावल कस्टम मीलिंग के लिये दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने इस वर्ष 85 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदी का लक्ष्य 15 फरवरी तक सुनिश्चित किया है और बेमौसम हो रहे बारिश और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के कारण धान बेचने में वंचित रहे किसानों के लिये अभी 15 फरवरी तक का समय 10 दिन बाकी है। उसके बाद भी अगर कुछ किसान धान बेचने में छुट जाते है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के हित में सही समय पर सही निर्णय लेगी। भाजपा किसानों की चिंता अब करना छोड़ दे। छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने यह जिम्मेदारी कांग्रेस को सौपी है और भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार इसे बखूबी निभा भी रही है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि किसानों के धान से बने चावल को सेन्ट्रल पूल में 2500 रू. देने की नियम शर्ते लगाने वाली, चावल से एथेनाल यूनिट लगाने पर रोक लगाने वाली, भाजपा की किसानों के धान को लेकर चिंता दिखावटी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार किसानों के धान खरीदी के निर्धारित लक्ष्य की करीब पहुंच गई है। भाजपा का धान खरीदी में अडंगा लगाने का भाजपा की चाल भी विफल हो ही गयी। किसान विरोधी भाजपा अब राजनीतिक हताशा के दौर से गुजर रही है। जिस भाजपा ने 5 साल तक 300 रू. बोनस देने का वादा करके नहीं दिया, जिस भाजपा ने कहा था 2100 रू. धान का समर्थन मूल्य देंगे और नहीं दिया, जिस भाजपा ने कहा था एक-एक दाना धान खरीदी करेंगे और नहीं खरीदा, वो आज किसानों के प्रति झूठी हमदर्दी झूठी दिखावे का स्वांग रच रही है। दरअसल भाजपा को छत्तीसगढ़ के किसानों के दुख-दर्द और संवेदनाओं से कोई लेना देना ही नहीं है। भाजपा ने 15 सालों तक मजदूर किसानों और गांवों के नाम पर लूट-खसोट और कमीशनखोरी ही की है। भाजपा ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दुगनी की जाएगी आज तक उस दिशा में कुछ नहीं किया,। भाजपा ने कहा था स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें लागू की जायेंगी जिसके अंतर्गत लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत किसानों को लाभ देने की बात है उसे आज तक नहीं लागू किया। भाजपा किसानों की आय दोगुना करने का दावा तो करती है, लेकिन जब छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार किसानों को धान का 2500 रू. प्रति विक्ंटल देती है तो मोदी सरकार के पेट में दर्द होने लगता है। किसानों को 2500 रू. प्रति क्विंटल का दाम देने के रास्ते में हरसंभव रोड़े अटकाने की असफल कोशिश भाजपा की केन्द्र सरकार ने की है।

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