आ रहीं टाटा मोटर्स की 6 नई कारें
नई दिल्ली
फाइनेंशियल ईयर 2020 में कारोबारी होड़ में पिछड़ती दिख रही टाटा मोटर्स वित्त वर्ष 2021 में आगे निकलने की योजना बना रही है। कंपनी ने नए वित्त वर्ष में आधा दर्जन नई गाड़ियां लॉन्च करने की योजना बनाई है। ये गाड़ियां पांच लाख से 25 लाख रुपये के सेगमेंट के खरीदारों को ध्यान में रखकर लॉन्च की जाएंगी। कंपनी इनके जरिए अपनी भारतीय प्रतिद्वंद्वी महिंद्रा एंड महिंद्रा से आगे निकलना चाहती है।
कंपनी ने 40000 यूनिट्स वाले प्रीमियम हैचबैक मार्केट टाटा अल्ट्रोज के जरिए एंट्री ली। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो और हुंडई एलीट आई20 से होगा। इस लॉन्च के जरिए टाटा मोटर्स ने इंडियन पैसेंजर व्हीकल्स मार्केट का 70 प्रतिशत हिस्सा कवर कर लिया है। अल्ट्रॉज के पेट्रोल वेरिएंट की शुरुआती कीमत 5.29 लाख और डीजल वेरिएंट की 6.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रखी गई है। अल्ट्रॉज में 1.2 लीटर का पेट्रोल और 1.5 लीटर का डीजल इंजन मिलेगा। दोनों ही इंजन बीएस6 नॉर्म्स को पूरा करते हैं। पेट्रोल इंजन 85 बीएचपी की पावर और 113 एनएम का टॉर्क देता है और डीजल इंजन करीब 89 बीएचपी की पावर और 200 एनएम का टॉर्क देता है। टाटा मोटर्स के एमडी गुंतर बुश्चेक ने ईटी से कहा, अल्ट्रॉज हैचबैक में इस सेगमेंट में डबल डिजिट मार्केट शेयर हासिल करने की क्षमता है और नेक्सन की तरह कंपनी हैचबैक सेगमेंट में भी दूसरों से आगे निकलना चाहती है। बुश्चेक ने कहा, एल्ट्रोज तो शुरूआत है। इस साल कई नए सेगमेंट्स में हम कदम रखेंगे।
टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) पर भी जोर बढ़ाना चाहती है। इसके लिए वह जल्द करीब आधा दर्जन गाड़ियों का पोर्टफोलियो तैयार करेगी। टाटा मोटर्स वित्त वर्ष 2019-20 खत्म होने तक 1,000 से अधिक इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेच सकती है। इसे अगले दो से तीन वर्षों में किफायती ईवी (10 लाख रुपये से कम) की वजह से बिक्री में कई गुना इजाफे की उम्मीद है। टाटा मोटर्स में ईवी डिविजन के हेड शैलेश चंद्रा ने कहा कि नए मॉडल्स की लॉन्चिंग और बैटरी का दाम घटने से 2025 तक इलेक्ट्रिक गाड़ियों की ओवरआॅल पैसेंजर व्हीकल मार्केट में 10-15 प्रतिशत हिस्सेदारी हो सकती है, जो फिलहाल 1 प्रतिशत से भी कम है। इंडस्ट्री के जानकारों का अनुमान है कि तब तक इंडियन मार्केट 40 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल तक पहुंच चुका होगा यानी हर साल करीब 5 लाख एश् बिकेंगी। चंद्रा ने कहा, ह्यसही मायने में नई लॉन्चिंग खरीदारों में जोश भरती है। पर्सनल बायर्स नए मॉडल्स पेश होने के बाद फ्लीट आॅपरेटरों की तरह खरीदारी करेंगे।
जानकारी मिली है कि अल्ट्रॉज ईवी के बाद हॉर्नबिल या एच2एक्स ईवी कंपनी की अगली पेशकश हो सकती है। इन सभी कारों की कीमत 10 लाख रुपये से कम हो सकती है। टाटा मोटर्स का मानना है कि जब एश् और परंपरागत इंजन के दाम का अंतर घटकर 20-25 प्रतिशत पर आ जाएगा तो उपभोक्ता इलेक्ट्रिक गाड़ियों का रुख करना शुरू कर देंगे। अभी यह अंतर 40-45 प्रतिशत है। यह वजह है कि कंपनी नेक्सॉन ईवी- एसयूवी का दाम तकरीबन 15-17 लाख रुपये रखने की योजना बना रही है। चंद्रा ने कहा कि सब्सिडी और टैक्स से जुड़े फायदे ईवी और आईसीई व्हीकल्स के बीच प्राइस गैप घटाने में अहम भूमिका निभाएंगे।