शोएब अख्तर और वीरेंद्र सहवाग में संपत्ति वार
नई दिल्ली
हाल ही में अपने करियर में ज्यादार विवादित रहे पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत के महान बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग पर यह तंज किया कि जितने उनके सिर पर बाल नहीं हैं, जितना उनके पास माल है. हालांकि, बालों और 'माल (पैसे)' की तुलना समझ से परे है, लेकिन इस जवाब से उन्होंने सहवाग पर उस बात के लिए तंज कसा, जिसके तहत सहवाग ने कहा था कि शोएब पैसे कमाने के लिए भारत की तारीफ करते हैं. बहरहाल, बड़बोले शोएब ने भले ही सहवाग पर पैसों को लेकर तंज कसा हो, लेकिन हकीकत यह है कि पूर्व पाकिस्तानी सीमर की नेट वर्थ (शुद्ध संपत्ति) सहवाग से मीलों पीछे है.
वैसे शोएब अख्तर ने भारत से कितना पैसा कमाया, या कमाते हैं, यह तो साफ नहीं है, लेकिन पूर्व में कई भारतीय चैनलों के साथ करार रखने वाले शोएब खुद वीडियो में बता रहे हैं कि उनके यू-ट्यूब चैनल का कुल ट्रैफिक का करीब पचास फीसदी हिस्सा भारत से आता है. बहरहाल, मुद्दे पर लौटते हैं आपको दोनों खिलाड़ियों की कुल नेटवर्थ के बारे में बताते हैं. मशहूर पत्रिका फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार सहवाग की कुल संपत्ति करीब 40 मिलियन डॉलर (करीब 300 करोड़) रुपये है. वीरू कमेंटरी, कोचिंग, अपने सहवाग इंटरनेशनल स्कूल और विज्ञापनों से अच्छी-खासी रकम कमाते हैं. साल 2015 में संन्यास लेने वाले सहवाग ने साल 2019 मे करीब 41 करोड़ रुपये की कमाई की. वहीं, दोनों में कौन ज्यादा लोकप्रिय है, यह आप दोनों के ट्विटर पर फॉलोअर की संख्या से समझ सकते हैं. जहां सहवाग के दो करोड़ से भी ज्यादा फॉलोअर हैं, तो वहीं शोएब के फॉलोअर की संख्या करीब छब्बीस लाख के आस-पास ही है. वहीं, एक वेबसाइट के मुताबिक शोएब अख्तर की कुल संपत्ति करीब 23 मिलियन डॉलर (163) करोड़ रुपये है. और उनकी सालाना कमाई भी सहवाग की तुलना में करीब आधी ही है.
इस कमाई में वह रकम भी शामिल है, जो वह इन दिनों यू-ट्यूब चैनल से कर रहे हैं, जिसका करीब आधा ट्रैफिक भारत से ही आता है.य ट्यूब से वह करीब सालाना 86 लाख पाकिस्तानी रुपये की कमाई करते हैं. ऐसे में पैसों को लेकर शोएब अख्तर का सहवाग पर तंज कसना और इसकी तुलना बालों से करना कम से कम शोएब अख्तर को तो शोभा नहीं ही देता. तो शोएब भाई…ठीक है आपकी जुल्फें सहवाग से ज्यादा हैं, लेकिन आपसे कम बाल होने के बाद भी माल के मामले में तो वीरू आपसे मीलों आगे हैं !! ठीक है!! बेहतर होगा कि आगे से आप आलोचना का जवाब किसी बेहतर तुलना या तर्क से दें. वर्ना ठीक वैसे ही लेने के देने पड़ेंगे, जैसे खेलने के दिनों में वीरू आपकी गेंदों के साथ करते रहे.