अयोध्या में योगी आदित्यनाथ मनाएंगे इतिहास की सबसे बड़ी दीवाली, सरयू पर जलाए जाएंगे लाखों दीए
दीवाली के मौके पर सरयू घाट पर क़रीब दो लाख दिए भी जलाए जाएंगे. इसके अलावा आज यहां लेजर शो के अलावा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा, जिसके लिए थाईलैंड और श्रीलंका से भी कलाकार यहां पहुंचे हुए हैं.
अयोध्या: अयोध्या में इतिहास की सबसे बड़ीदिवाली मानाने की तय्यारी चल रही है. भगवान राम के आगमन के लिए अयोध्या पूरी तरह तैयार है. सरयू नदी पर राम की पैड़ी में आज दीप उत्सव मनाया जाएगा. अयोध्या में तैयारी ऐसी है जैसे जमाने पहले भगवान राम के बनवास से लौटने के बाद यहां दिवाली मनाई गई थी. बस पुष्पक विमान की जगह राम और सीता हेलीकॉप्टर से अयोध्या आएंगे, जिनका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट के साथ राजतिलक करेंगे. इस मौके पर सरयू घाट पर क़रीब दो लाख दिए भी जलाए जाएंगे. इसके अलावा आज यहां लेजर शो के अलावा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा, जिसके लिए थाईलैंड और श्रीलंका से भी कलाकार यहां पहुंचे हुए हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के लिए कई योजनाओं की भी शुरुआत करेंगे. माना जाता है कि त्रेता युग में 14 साल का बनवास काटकर और लंका विजय कर अयोध्या लौटे भगवान राम का जोरदार स्वागत किया गया था और राम की नगरी को दीपों से सजाया गया था.अयोध्या में सरयू का बड़ा धार्मिक महत्व है. योगी आदित्यनाथ यहां सरयू की आरती करेंगे. इसके लिए राम की पौड़ी के पास ख़ास तैयारियां की गई हैं. भगवान राम के अयोध्या आने के मौके पर यहां दो लाख दीपक जलाए जाएंगे. सरकार ने 60 कुम्हारों को दीये बनाने की जिम्मेदारी दी है. ये कुम्हार दिन-रात एक करके दीये बनाने में लगे हुए हैं. दीये बनाने वाले बबलू प्रजापति ने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री आ रहे हैं. उनके कार्यक्रम के लिए 50-60 घर कुम्हारों के मिलकर तैयारी कर रहे हैं. ट्रालियों में भरकर दीपक भेजे जा रहे हैं. इस बार दीपावली पर अयोध्या में खास रौनक है. बाजार सजे हुए हैं. सड़कों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है. लोग भी इस खास दीपावली के इंतजार में हैं. इस त्योहार में तीन दिन तक अयोध्या की सड़कों पर मेला जैसा माहौल होता है. सड़कों पर दुकानें लगती हैं. आतिशबाजी, खील-बतासे, खिलौने और अन्य सजावटी सामान बिकता है. पटरी कारोबारियों को लगता है कि अयोध्या का विकास होना चाहिए. दुकानदारों का कहना है कि नेता आएं कोई बात नहीं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर उन्हें नहीं हटाना चाहिए.
साभारः एन. डी. टी.वी.