देश पेरियार के खिलाफ टिप्पणी पर रजनीकांत का माफी मांंगने से इनकार, बोले- मैंने कुछ गलत नहीं कहा
नई दिल्ली
साउथ फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने बीते दिनों पेरियार के खिलाफ किए अपने टिप्पणी से पीछे हटने या माफी मांगने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। तमिल अभिनेता रजनीकांत ने समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के जनक माने जाने वाले पेरियार के खिलाफ टिप्पणियों के लिए माफी मांगने से इनकार कर मंगलवार को कहा कि मैं अपने बयान से पीछे नहीं हटूंगा। मीडिया में उन्हें लेकर कई खबरें भी छपी हैं, मैं आपको दिखा सकता हूं। इसलिए मैं माफी नहीं मागूंगा।
उन्होंने पत्रिकाओं और अखबारों की क्लिपिंग भी दिखाई, जिसमें कहा गया था कि पेरियार के नेतृत्व में 1971 में एक रैली निकाली गई थी, जिसमें भगवान राम और सीता की वस्त्रहीन तस्वीरों को दिखाया गया था। इतना ही नहीं, भगवान राम और सीता की न्यूड तस्वीरों पर जूतों की माला भी पहनाई गई थी।
रजनीकांत ने कहा कि उस चीज पर विवाद हो रहा है, जो मैंने कहा ही नहीं। मगर मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो नहीं हुआ हो। मैंने केवल वही कहा जो मैंने सुना और जो चीजें पत्रिकाओं में छपीं।
उन्होंने कहा कि मैंने कल्पना के आधार पर कुछ भी नहीं कहा या फिर वो जो नहीं हुआ। लक्ष्मणन (तत्कालीन जनसंघ और अब भाजपा के नेता) ने एक धरने में भाग लिया (1971 में) और इसे अपना समर्थन दिया था।
बता दें कि बीते दिनों चेन्नई में एक इवेंट के दौरान रजनीकांत ने पेरियार की आलोचना की थी और हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था 1971 में सलेम में पेरियार ने एक रैली निकाली थी, जिसमें भगवान श्रीरामचंद्र और सीता की मूर्ति को बिना वस्त्र के दिखाया गया था और उस पर जूतों की माला पहनाई गई थी।
इस बयान के बाद द्रविड़ विदुथलई कषगम (डीवीके) ने ईवीएन रामास्वामी पेरियार की रैली को लेकर दिये गये बयान के विरोध में तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।