निर्भया के बहाने स्मृति ईरानी का केजरीवाल पर वार, कहा- आम आदमी पार्टी पर धिक्कार है
नई दिल्ली
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चार दोषियों की फांसी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है और शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2018 में रिव्यू पिटीशन को खारिज कर दिया था। जेल मंत्रालय जो आम आदमी पार्टी की सरकार के अंतर्गत आता है वह तब तक नहीं जागा जब तक निर्भया की मां ने सार्वजनिक रूप से गुहार नहीं लगाई।
उन्होंने कहा कि AAP के वकील ने कोर्ट में कहा कि वर्तमान में रेपिस्ट को फांसी देने में देरी होगी। इतना नहीं दिल्ली सरकार ने इस मामले में नाबालिग आरोपिी की रिहाई पर उसे दस हजार रुपये और सिलाई मशीन दी। उन्होंने कहा कि महिला कार्यकर्ता होने के नाते मैं निर्भया की मां के संघर्ष को को सलाम करती हूं। उन्होंने कहा कि आप के चलते निर्भया के दोषियों को सजा नहीं मिली, धिक्कार है दिल्ली सरकार पर। निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चार दोषियों की फांसी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है और शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार पर कई आरोप लगाए।
दोषियों को सजा दिलाने में हमने जरा भी देर नहीं लगाई: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले सभी काम हमारे द्वारा कुछ घंटों के भीतर पूरे किए गए हैं। हमने इस मामले से संबंधित किसी भी काम में देरी नहीं की है। दिल्ली सरकार की शायद ही इसमें कोई भूमिका हो। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।
दोषियों की फांसी में हो रही देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार: निर्भया के पिता
वहीं निर्भया के पिता ने अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार को जिम्मेदार बताया है। निर्भया के पिता ने टाइम्स नाउ से बातचीत के दौरान कहा कि बेटी को न्याय मिलने में हो रही देरी की वजह की जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी की सरकार है। उन्होंने चैनल से बात करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट से रिव्यू पीटिशन खारिज होने के बाद राज्य सरकार का काम है कि जेल प्रशासन को नोटिस दे और एक हफ्ते में दोषियों को दया याचिका दाखिल करने को कहे। इस मामले में दिल्ली सरकार चुपचाप बैठ गई। इतना ही नहीं जब कोर्ट में हम केस लड़ रहे थे तो दिल्ली सरकार ने अपने वकील को भेजकर दोषियों की मदद की। उन्होंने कहा कि कोर्ट में आकर दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने जेल मैन्युअल के बारे में बताया जिससे दोषियों को मदद मिली।
उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने बयान दिया कि दो दिन के लिए पुलिस हमें दे दो तो हम दोषियों को फांसी पर लटका दे देंगे। निर्भया के पिता ने कहा कि दोषियों को दिल्ली पुलिस थोड़ी ना लटकाएगी ये काम तो जेल प्रशासन का है। अगर उन्हें दोषियों को फांसी पर लटकाना है तो जेल प्रशासन को कहें। पीड़िता के पिता ने कहा कि अगर 22 जनवरी तक दोषियों को सजा नहीं मिली तो इसकी जिम्मेदार दिल्ली सरकार होगी। हमें लगता है राहुल मेहरा को जानबुझकर कोर्ट में भेजा गया। निर्भया के केस के बाद ये लोग पट्टी बांधकर घूमे थे जो पार्टी निर्भया की वजह से सत्ता में आई हम सवाल तो उनसे ही करेंगे।
वहीं निर्भया की मां ने कहा कि 2012 में घटना हुई तो इन लोगों ने हाथ में तिरंगा लेकर और काली पट्टी बांधी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब रैलियां की और नारे लगाए। आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कोई कह रहा है आप रोक रही है और कोई कह रहा है पुलिस दे दीजिए मैं दो दिन में फांसी पर लटकाकर दिखाउंगा। ये अपने फायदे के लिए फांसी को रोका रहे हैं। इन दोनों के बीच में मैं पीस रही हूं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 में कहा था कि बहुत हुआ नारी पर वार अबकी बार मोदी सरकार तो साहब मैं हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं जिस तरह से आप दोबारा सत्ता में आए हैं और हजारों काम किए हैं। जैसे 370 हटाए, तीन तलाक हटाए उसी तरह से आप इस कानून में संशोधन करें क्योंकि कानून बनाने से कुछ नहीं होगा। एक बच्ची की मौत के साथ मजाक मत होने दीजिए और चार दोषियों को 22 तारीख को फांसी होने दीजिए।