सिरदर्द का कारण है ऊंची टाइट पोनीटेल
जब भी कोई ऐसा काम करना हो जिसमें बहुत ज्यादा मेहनत हो, स्ट्रेस हो, घर की साफ-सफाई हो या वर्कआउट करना हो…ज्यादातर महिलाएं क्लासिक हाई पोनीटेल या हाई जूड़ा बनाना पसंद करती हैं और इसी में सबसे ज्यादा कंफर्टेबल भी फील करती हैं। बालों को ऊंचा करके बांध लेने से, बाल बार-बार चेहरे पर नहीं आते और आप अपने काम में पूरी तरह से कॉन्सन्ट्रेट कर पाती हैं। लेकिन आपकी यही फेवरिट हेयरस्टाइल आपको नियमित रूप से होने वाले सिरदर्द का कारण भी है। कैसे, यहां जानें…
हेयरस्टाइल-हेडएक के बीच संबंध
दरअसल, जब हम बालों में टाइट इलास्टिक वाला रबड़ बैंड लगाकर बालों को ऊंचा करके पोनिटेल या जूड़े के तौर पर बांध लेते हैं तो इसी से हमें सिरदर्द होने लगते है और काम में फोकस करना और भी मुश्किल हो जाता है। आपकी हेयरस्टाइल और हेडएक के बीच कितना संबंध है यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है आपने बाल को कितना ज्यादा टाइट बांधा है।
बालों को खींचकर बांधना
इलास्टिक वाले रबड़ बैंड के जरिए जब आप बाल को खींचकर बांधती हैं तो स्कैल्प पर प्रेशर पड़ता है, हेयर फॉलिकल्स में खिंचाव आता है और इन सारी चीजों की वजह से आपको सिरदर्द होने लगता है। हमारे हेयर फॉलिकल्स में ढेर सारे नर्व्स होते हैं और जब इसमें खिंचाव होता है तो हमें दर्द महसूस होने लगता है।
पोनीटेल या ऊंचा जूड़ा
अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं तो इस तरह की हेयरस्टाइल से आपको सिरदर्द होने का खतरा काफी बढ़ जाता है और इसकी वजह है स्कैल्प और फेस के नर्व्स में होने वाली हाइपरसेंसिटिविटी। कई बार बहुत से लोगों को कंघी करने, बाल बांधने, शेव करने, चश्मा पहनने या ईयररिंग्स पहनने की वजह से भी सिरदर्द होने लगता है।
माइग्रेन है तो बाल खुले रखें
ऐसी हेयरस्टाइल जो आपके स्कैल्प पर हद से ज्यादा प्रेशर डालती हो उसे हर हाल में अवॉइड करें। खासकर टाइट पोनिटेल या जूड़े से तो बिलकुल परहेज करें। आप चाहें तो गर्दन के पास बनने वाली लूज पोनिटेल या जूड़ा बना सकती हैं। अगर आपको पहले से ही सिरदर्द हो रहा हो तो बालों को बांधने की बजाए खुला रखना ही बेहतर होगा।