दूसरे दलों से कर रहे बातचीत, टिकट काटे जाने से नाराज आप के मौजूदा विधायक
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही पार्टी के भीतर बगावत दिखने लगी है। दरअसल, पार्टी ने 46 मौजूदा विधायकों को ही टिकट दिया है। अपना टिकट कट जाने से कई विधायक नाराज हैं और उन्होंने खुलकर पार्टी के विरोध में बोलना शुरू कर दिया है। दरअसल, आप ने नए चेहरों पर दांव खेला है जिनमें लोकसभा चुनाव हार चुकीं आतिशी, राघव चड्ढा और दिलीप पांडे का नाम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त हाल ही में पार्टी में शामिल हुए शोएब इकबाल भी हैं, जो टिकट पाने में कामयाब रहे।
बदरपुर के विधायक नारायण दत्त शर्मा ने तो पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी कई दलों से बातचीत भी चल रही है और वे चुनाव जरूर लड़ेंगे। शर्मा ने कहा कि वे हर हाल में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे, चाहे किसी दूसरे दल से लड़े या फिर निर्दलीय ही मैदान में उतरें। उनकी सीट से राम सिंह नेताजी को उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी लीडरशिप पर हमला करते हुए शर्मा ने कहा कि वे आप के फाउंडर मेंबर रहे हैं और इतने सालों में भूमाफिया व भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है लेकिन आज पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया है, जो कई तरह के आरोपों से घिरा है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए हैं।
'नहीं देखी मेहनत'
उधर, राजेंद्र नगर सीट पर पार्टी ने विजेंद्र गर्ग का टिकट काट दिया है। इस सीट से राघव चड्ढा को उम्मीदवार बनाया गया है। विजेंद्र ने कहा कि पार्टी ने बड़े नाम वाले उम्मीदवार को टिकट दे दिया है और उनकी सात साल की मेहनत को नहीं देखा गया है। गर्ग ने कहा कि पार्टी का यह फैसला बहुत गलत है क्योंकि उन्होंने पिछले सात साल से क्षेत्र के लिए बहुत काम किया है और लोगों को भी उनका टिकट कटने से बहुत दुख है। हालांकि उन्होंने कहा कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे और क्षेत्र की जनता की सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
'ईमानदार की राजनीति में जगह नहीं'
त्रिलोकपुरी से दोबारा टिकट ना पाने वाले राजू धींगान भी अपना दुख व्यक्त करते हुए कहते हैं कि राजनीति में ईमानदार और काम करने वाले लोगों की जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अगले एक-दो दिन में विचार कर आगे की रणनीति के बारे में फैसला लेंगे। चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में जल्द ही फैसला लेंगे और जनता की राय के आधार पर कोई फैसला लेंगे।
बताया जा रहा है कि दिल्ली कैंट से टिकट नहीं मिलने से कमांडो सुरेंद्र ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। इसके अलावा भी कई ऐसे नाम हैं जो चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।