कोरबा में डॉक्टर्स ने किया ओपीडी में इलाज का बहिष्कार, की ये मांग
कोरबा
कोरबा (Korba) में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) इन सर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशन (सीडा) के आह्वान पर 10 सूत्रीय मांगो को लेकर जिला अस्पताल के डॉक्टरों (Doctors) ने ओपीडी का बहिष्कार किया है. हालांकि इमरजेंसी सेवा बहाल है. एसोसिएशन की प्रमुख मांग है कि शासन ने दो शिफ़्ट ओपीडी शुरू की है, जिसको निरस्त करने की मांग. अधिकतम ड्यूटी सीमा का निर्धारण करना. अवकाश की पात्रता, मरीजों की संख्या के अनुसार स्टाफ़ की नियुक्ति सहित 10 मांग शासन से की है.
आईएसओ सर्टिफाइड कोरबा (Korba) जिला अस्पताल (Korba District Hospital) में चिकित्सकों की कमी है. इस बीच सरकारी आदेश पर सुबह-शाम दो पालियों में ओपीडी खोले जाने के निर्णय का विरोध शुरू हो गया है. चिकित्सालय के चिकित्सकों ने आज विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. इसके साथ ही 16 जनवरी से ओपीडी के बहिष्कार का ऐलान कर दिए हैं. जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने उन्हें इस बारे में संबंधितों से बात करने को कहा है.
राज्य सरकार ने इस आशय की घोषणा की है कि अब सभी शासकीय चिकित्सालय में ओपीडी सुबह और शाम खुलेगी. यहां मरीजों का पंजीयन करने के साथ उन्हें उपचार उपलब्ध कराया जाएगा. इसे जल्द ही क्रियान्वित किया जाना है. इस निर्णय के विरोध में चिकित्सक खुलकर सामने आ गए हैं. कोरबा में आज जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया और दोनों समय ओपीडी खोले जाने के निर्णय का विरोध किया. उन्होंने तर्क दिया है कि इस चिकित्सालय में पहले से ही विशेषज्ञों की कमी है. इसे पूरा करने के लिए कई प्रस्ताव दिए गए लेकर अब तक कोई काम नहीं हो सका.