राष्ट्रीय युवा उत्सव : लखनऊ में दिखी पूरे भारत की सांस्कृतिक झलक
लखनऊ
राजस्थान की गुलाबी छटा, हरियाणा का पीला घाघरो, पंजाब का भांगड़ा ढोल, 'खाइके पान बनारस वाला' गाने के साथ अपना उत्तर प्रदेश। नौजवानों की टोलियां लखनऊ की सड़कों पर जब उतरी तो लगा मिनी इंडिया यहां आ गया हो। अनेकता में एकता का देश दिखाई दिया। पूरे भारत की सांस्कृतिक झलक यहां देखने को मिली। उत्साह और ऊर्जा से भरी युवा शक्ति यहां मचल रही थी। अपने लोक गीतों को गा रही थी और उनपर खुद तो थिरक ही रही थी।
मौका था 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव के शुभारंभ का। जिसको विभिन्न 37 प्रांतों से आये युवाओं की टोलियों की परेड ने और आयोजनों से रोमांचक बना दिया था। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विवेकानन्द हॉल में जब विभिन्न संस्कृतियों के दल एक ही जगह नजर आईं तो माहौल देखते ही बना। लगा पूरा भारत देश ही यहां उतर आया हो। एक-दूसरे राज्य की संस्कृति में युवाओं के दल मिले तो वे अपने को रोक नहीं पाये। एक-दूसरे के संस्कृति में सब घुल मिल गये। पंजाबी युवा पर्वतीय वाद्य यंत्रों पर नाचते रहे। तो उड़ीसा के वाद्य यंत्रों पर पंजाबी युवा डांस करते दिखे। ऐसा मनोरम नजारा देखते ही बना।