भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत, फिर से पटरी पर लौटने की पूरी क्षमताः मोदी
नई दिल्ली
चालू वित्त वर्ष में जीडीपी विकास दर 11 साल के निचले स्तर पर रहने के अनुमान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और इसमें फिर से पटरी पर लौटने की पूरी क्षमता है। मोदी ने आगामी आम बजट से पहले यहां एक बैठक के दौरान यह बात कही। प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों तथा आगामी बजट में उपयुक्त पॉलिसी लाने को लेकर लगभग 12 बैठकें कर चुके हैं। मोदी ने गुरुवार को अर्थशास्त्रियों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और सफल युवा उद्यमियों के साथ विचार-विमर्श किया और 2024 तक भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में मिलकर प्रयास करने को कहा।
'राष्ट्र की तरह सोचने की जरूरत'
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमें साथ मिलकर काम करने और एक राष्ट्र की तरह सोचने की शुरुआत करनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के उतार-चढ़ाव झेलने की ताकत अर्थव्यवस्था के बुनियादी कारकों की मजबूती और उसके फिर से पटरी पर लौटने की क्षमता को दर्शाती है। उन्होंने जोर दिया कि सभी हितधारकों को हकीकत और विचार के बीच की खाई पाटने के लिए काम करना है।
बैठक में 40 विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शामिल विशेषज्ञों ने सरकार से कर्ज वृद्धि, निर्यात वृद्धि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के संचालन, उपभोग और रोजगार बढ़ाने पर ध्यान देने का आग्रह किया। बैठक में करीब 40 विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि वह उन सुझावों पर काम करेंगे, जिन्हें जल्द लागू किए जाने की जरूरत है। साथ ही दीर्घकालिक अवधि में लागू होने वाले सुझावों पर भी विचार किया जाएगा, क्योंकि यह बुनियादी सुधारों के लिए जरूरी है।
आर्थिक वृद्धि से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थशास्त्रियों और उद्योग विशेषज्ञों के साथ आज नीति आयोग में चर्चा की। इसमें आर्थिक वृद्धि, स्टार्टअप और नवाचार से जुड़े कई मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।' इस उच्चस्तरीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देवरॉय भी बैठक में मौजूद रहे।