ट्रेड यूनियन हड़ताल का मिलाजुला असर
रायपुर
केंद्र-राज्य सरकार की किसान, मजदूर व जनहित विरोधी नीतियों के खिलाफ टे्रड यूनियनों के भारत बंद का असर शहर में बैंक, बीमा, डाकघर समेत अन्य कई जगहों पर रहा। प्रदेश में हड़ताल का सडक यातायात पर कोई असर नहीं देखा गया। बाजार भी आम दिनों की तरह खुले रहे। धरना-प्रदर्शन के दौरान मोदी सरकार पर किसान, मजदूर विरोधी होने का आरोप लगाया गया।
जानकारी के मुताबिक राज्य के औद्योगिक नगर कोरबा में हड़ताल का मिलाजुला असर रहा। कोयला खदानों में आमदिनों की अपेक्षा बहुत कम श्रमिक काम पर आए। बैंकों एवं अन्य केन्द्रीय संस्थानों में हड़ताल का काफी असर रहा। बालको में भी हड़ताल का असर बताया गया। बैंकों में हड़ताल की वजह से व्यावसायिक लेनदेन प्रभावित रहा। स्टेट बैंक को छोडक? कई बैंकों के ताले नहीं खुले। डाकघर बंद रहे। जीवन बीमा निगम समेत सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों में भी कामकाज प्रभावित रहा। हड़ताल में केंद्र, राज्य सरकार के सैकड़ों कर्मी भी शामिल हुए।
राजनांदगांव, अभनपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़ में भी विशाल मजदूर-किसान रैलियां निकाली गई। धमतरी में मंडी बंद रखकर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के साथ बड़ी संख्या में किसान सडक पर उतरे। दुर्ग में गांधी प्रतिमा पर, तिल्दा ब्लॉक के बंगोली धान खरीदी केंद्र, सरगुजा जिले के सखौली और लुंड्रा जनपद कार्यालय, सूरजपुर जिले के कल्याणपुर और पलमा में, कोरबा कलेक्टोरेट, चांपा में एसडीएम कार्यालय, महासमुंद एवं रायगढ़ के सरिया में भी रैली निकाल धरना-प्रदर्शन किया गया।