गोरखपुर के चिड़ियाघर में 43 करोड़ रुपये निर्माण को मंजूर
गोरखपुर
शहीद अशफाक उल्ला खां राजकीय प्राणी उद्यान गोरखपुर में नए कार्यों के लिए 43 करोड़ रुपये के खर्च की मंजूरी मंगलवार को मिल गई। यह मंजूरी मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक में मिली। इन कार्यों के लिए 9 नवंबर को लखनऊ में हुई व्यय वित्त समिति की बैठक में पहले ही स्वीकृति मिल चुकी थी। इन नई स्वीकृति से चिड़ियाघर की लागत बढ़कर 234.37 करोड़ रुपये हो जाएगी।
कैबिनेट की बैठक में केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार प्राणी उद्यान के मुख्य द्वार के निकट से हाईटेंशन लाइन के हटाने पर 3.59 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सांप घर में एसी सिस्टम लगाने के लिए 30 लाख रुपये खर्च को मंजूरी मिली। एंट्रेंस प्लाजा, कैफेटेरिया समेत अन्य स्थानों के लिए 71.51 लाख रुपये के फिक्स फर्नीचर, रायनो बाड़ा के लिए 97.27 लाख, बब्बर शेर के बाड़े के लिए 1.70 करोड़, ट्वॉय ट्रेन के टिकट घर के लिए 49 लाख, गैराज के लिए 38 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। इनरीचमेंट फॉर एनिमल के लिए 1.65 करोड़, नाइट शेड 28 लाख, चिड़ियाघर का मॉडल दो नग 32 लाख रुपये, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम 31 लाख रुपये समेत अन्य कार्यों के लिए बढ़ी धनराशि खर्च होगी।
23 फरवरी 2011 को प्राणी उद्यान के लिए 88.06 करोड़ रुपये की योजना थी। 9 फरवरी 2016 में प्रथम पुनरीक्षण हुआ तो लम्बे बिलम्ब के कारण परियोजना लागत बढ़कर 114 करोड़ रुपये हो गई। 6 अगस्त 2018 को पुन: पुनरीक्षण किया गया जिसमें जीएसटी भी शामिल की गई। लिहाजा कैबिनेट में 192 करोड़ रुपये की स्वीकृति हुई। मुख्यमंत्री इसे अंतरराष्ट्रीय मानदण्ड पर निर्मित करना चाहते थे। इसलिए कई नए कार्य जुड़ने से भी यह लागत बढ़ी।
पीपीपी मोड पर चलेगी ट्वॉय ट्रेन
राजकीय निर्माण निगम के अपर परियोजना प्रबंधक डीपी सिंह ने बताया कि कि प्राणी उद्यान में संचालित होने वाली दो ट्वाय ट्रेन को पीपीपी मोड पर संचालित किया जाए।