इंग्लैंड 63 साल बाद केपटाउन में जीता, प्वॉइंट टेबल में पहुंचा नंबर 3 पर
केपटाउन
इंग्लैंड ने अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से मेजबान दक्षिण अफ्रीका को दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार (7 जनवरी) को 189 रन के बड़े अंतर से हराकर चार मैचों की सीरीज में एक-एक से बराबरी कर ली। इंग्लैंड की केपटाउन में 63 साल के लंबे अंतराल के बाद यह पहली जीत है। इस मैदान पर इंग्लैंड की 63 साल बाद यह पहली जीत है। इंग्लैंड की टीम इस मैदान पर पिछली बार 1957 में जीती थी। इस जीत के बाद इंग्लैंड ने पाकिस्तान को पीछे छोड़ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्वॉइंट टेबल में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में 279 रनों से मात दी। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज पर 3-0 से अपना कब्जा जमाया। इस सीरीज में क्लीन स्वीप से ऑलिया को 40 टेस्ट चैंपियनशिप अंक हासिल हुए हैं, जिससे वह तालिका में 10 मैचों में 296 अंक लेकर दूसरे नंबर पर मजबूत हुई है। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम सात मैचों में सर्वाधिक 360 अंक लेकर शीर्ष पर बरकरार है।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्वॉइंट टेबल मेंभारत और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरे नंबर पर अब इंग्लैंड 86 अंकों के साथ है। पाकिस्तान 80 अंकों के साथ चौथे नंबर पर मौजूद है। श्रीलंका के 80 अंक है और वह पांचवे नंबर पर है। 60 अंकों के साथ न्यूजीलैंड छठे, और 30 अंकों के साथ दक्षिण अफ्रीका 7वें नंबर पर है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में वेस्टइंडीज और बांग्लादेश का खाता अभी तक नहीं खुला है। इस चैंपियनशिप का फाइनल जून 2021 में शीर्ष के दो देशों के बीच खेला जाएगा।
मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन करने वाले इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स को 'मैच ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। स्टोक्स ने पहली पारी में 47 और दूसरी पारी में 72 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने मैच में पांच कैच भी पकड़े और तीन विकेट भी अपने नाम किए। दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट मैच 16 जनवरी से पोर्ट एलिजाबेथ में खेला जाएगा। इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के सामने जीत के लिए 438 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा था, जिसका पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम दो विकेट पर 126 रन से आगे खेल हुए 137.4 ओवर में 248 रन पर सिमट गई।
दक्षिण अफ्रीका एक समय पांच विकेट पर 237 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराने की तरफ से अग्रसर था, लेकिन अपने आखिरी पांच विकेट मात्र 11 रन जोड़कर गंवाने के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा। निचले क्रम के समर्पण से मेजबान टीम इस टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने से चूक गई।