बिलासपुर और जगदलपुर में कांग्रेस के मेयर
रायपुर/जगदलपुर
छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव नगर निगम के बाद अब जगदलपुर और बिलासपुर में भी कांग्रेस का कब्जा हो गया है। जगदलपुर में साफिरा राहू को मेयर चुना गया है। उन्होंने भाजपा की उम्मीदवार दीप्ति पांडेय को हराया। साफिरा साहू के पक्ष में 28, जबकि दीप्ति के पक्ष में 19 पार्षदों ने मतदान किया। वहीं बिलासपुर में रामशरण यादव महापौर और शेख नजिरुद्दीन सभापति चुने गए हैं। खास बात यह रही कि दोनों पदों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। भाजपा ने मतदान के दौरान वॉक आउट कर दिया।
दरअसल, पिछड़ा वर्ग से आने वाले वरिष्ठ नेता रामशरण यादव को कांग्रेस ने अपना महापौर पद का प्रत्याशी घोषित किया था। पर्यवेक्षक और मंत्री रविंद्र चौबे ने उनका नाम तय किया था। 70 वार्ड वाले बिलासपुर नगर निगम में 38 सीटों पर कांग्रेस और 32 सीटों पर भाजपा के पार्षदों को जीत मिली थी। भाजपा के वॉक आउट करने के बाद कांग्रेस की राह और आसान हो गई। रामशरण यादव इससे पूर्व मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन हार गए थे। इस बार अप्रत्यक्ष प्रणाली चुनाव में वे निर्विरोध चुन लिए गए।
जगदलपुर नगर निगम में 48 वार्डों में से कांग्रेस को 28 और भाजपा को 19 में जीत मिली थी। वहीं एक वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। निगम में बहुमत के लिए 25 पार्षदों के समर्थन की जरूरत थी। ऐसे में भाजपा ने कांग्रेस उम्मीदवार साफिरा साहू के खिलाफ दीप्ति पांडेय को मैदान में उतारा। मतदान के दौरान एक कांग्रेस पार्षद का वोट रद्द होने के बावजूद साफिरा साहू को 28 मत प्राप्त हुए। महापौर पद के लिए कांग्रेस की ओर से पहले सफिरा साहू के साथ ही कविता साहू ने भी नामांकन दाखिल किया था। हालांकि मतदान से पहले कविता साहू ने नाम वापस ले लिया।
वहीं दूसरी ओर नगर पालिका में भी कांग्रेस का खाता खुल गया है। कांकेर नगर पालिका में कांग्रेस प्रत्याशी सरोज जितेंद्र ठाकुर अध्यक्ष चुन ली गई हैं। सरोज ठाकुर को 16 वोट मिले हैं। वहीं भाजपा की विजय लक्ष्मी को 5 वोट मिले। इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा छोड़कर सभी नगर निगमों पर कांग्रेस का मेयर चुने जाने का दावा किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि कोरबा को लेकर थोड़ी असमंजस की स्थिति है, लेकिन बाकी जगह स्थिति साफ है।