भाजपा की नीतियां व भाषा जनता को भयभीत कर रही: अखिलेश यादव
लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की नीतियां और भाषा जनसामान्य को भयभीत कर रही हैं। बुनियादी समस्याओं के समाधान में उसकी तनिक भी रुचि नहीं है। भाजपा सरकार असहमति की आवाज को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ी रही है। भाजपा लोकतंत्र को धता बताकर मनमानी पर उतर आई है। इसीलिए भाजपा पर जनता का भरोसा नहीं रह गया है।
अखिलेश शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जनविरोधी काम करने के साथ संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। भाजपा राज में किसानों, महिलाओं और बच्चियों का उत्पीड़न बढ़ा है। अजीब बात है कि भाजपा नेतृत्व ने ही विद्वत्ता की ठेकेदारी अपने नाम कर ली है। उनका एक मात्र काम अपने हर गलत काम को सही ठहराना है। भाजपा सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर भ्रम फैलाने से बाज नहीं आ रही है। कई राज्य सरकारों ने इनके नए कानूनों के प्रति विरोध जता रही है।
उन्होंने कहा कि हिंसा पीड़ितों के परिजनों के साथ पुलिस उत्पीड़न और निर्दोषों को जेल में यातना देने की सच्चाई सामने लाने पर भाजपा नेता बौखलाहट में हैं। उन्हें इसमें तुष्टीकरण दिखाई देता है, जबकि वही इस खेल के पुराने माहिर है। न्यायिक जांच होने पर भाजपाई झूठ की कलई खुलने में देर नहीं लगेगी। जनता को राहत तभी मिलेगी जब भाजपा का खेल बंद होगा। इसके लिए ही एनपीआर फार्म न भरने का सत्याग्रह शुरू करने का समाजवादी पार्टी ने निर्णय लिया है। गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में ऐसे ही पंजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनके रास्ते पर चलकर ही देश आजाद हुआ और अब उनके सत्याग्रह के सहारे ही जनता को गरीब विरोधी भाजपा सरकार की उत्पीड़नकारी नीतियों से मुक्ति मिलेगी।