दिल्ली में जनवरी भी तोड़ सकती है सर्दी के कई रेकॉर्ड
नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से खिली धूप ने लोगों को सर्दी से राहत दिलाई है। लेकिन सर्दी की असली पिक्चर अभी बाकी है। एक्सपर्ट्स के अनुसार दिसंबर की तरह ही इस बार जनवरी भी ठंड के रेकॉर्ड तोड़ सकती है। एक के बाद एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस और पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से दिल्ली एनसीआर में कंपकंपाते दिन और रातें वापसी करेंगी।
स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार इस बार जनवरी की ठंड भी कई रेकॉर्ड तोड़ सकती है। वेस्टर्न हिमालय पर एक के बाद एक अच्छे वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने के आसार हैं। इसकी वजह से नॉर्थ इंडिया में वेदर सिस्टम बनेंगे और मौसम को प्रभावित करते रहेंगे। इन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बीच अंतर इतना कम होगा कि पहाड़ों पर बर्फ को पिघलने का मौका भी नहीं मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसकी वजह से पहाड़ों पर बर्फ बढ़ती जाएगी और इसका असर मैदानी क्षेत्रों पर दिखाई देगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस का यह सिलसिला पूरी जनवरी चलता रहेगा। इसकी वजह से पहाड़ी क्षेत्रों को बारिश और बर्फ से राहत नहीं मिलेगी। जनवरी में पहली बर्फबारी की सिलसिला 1 जनवरी से शुरू हो चुका है जो 4 जनवरी तक चलेगा। 6 से 8 जनवरी को फिर से बर्फबारी शुरू हो जाएगी। इसका असर मैदानी क्षेत्रों पर ठंड पर पड़ेगा।
दिल्ली और एनसीआर भी इसकी गिरफ्त में आएंगे। संभावना है कि जनवरी की सर्दी दिसंबर से भी अधिक हो सकती है। न सिर्फ रात के तापमान में गिरावट आएगी बल्कि दिन का तापमान भी काफी कम रहेगा। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी में अब तक सबसे कम अधिकतम तापमान 2 जनवरी 2013 को रहा है जो 9.8 डिग्री था। वहीं 6 जनवरी 2013 को न्यूनतम तापमान महज 1.9 डिग्री रेकॉर्ड किया गया था।