अब माउंट एवरेस्ट फतह करेगी रायगढ़ की बेटी याशी
रायगढ़
छत्तीसगढ़ की एकमात्र पर्वतारोही, रायगढ़ की बेटी याशी जैन ने अब माउंट एवरेस्ट फतह करने की तैयारी कर ली है। इससे पहले वह यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस सहित देश-विदेश में कई पहाड़ों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी है। माउंट एवरेस्ट अभियान के लिए याशी को जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। अभियान के लिए रवाना होने से पहले जेएसपीएल के सीओओ-छत्तीसगढ़ डीके सरावगी ने याशी को एक लाख रूपए का चेक सौंपते हुए सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा खेलों और खिलाडि?ों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर विभिन्न आयोजन किए जाते रहे हैं। इसी क्रम में फाउंडेशन द्वारा माउंट एवरेस्ट अभियान का हिस्सा बनने जा रही याशी जैन की सहायता की जा रही है। रायगढ़ निवासी अखिलेश जैन की बेटी याशी जैन ने छोटी उम्र में ही देश-दुनिया में अपनी पहचान बना ली है। वह छत्तीसगढ़ की एकमात्र पर्वतारोही है। कंप्यूटर साइंस में बी.टेक याशी ने समाज के लिए हमेशा कुछ करने की जेएसपीएल की कोशिशों से प्रभावित होकर अपना योगदान देने की ठानी। दृढ़ निश्चय, मेहनत और लगन से आज याशी ने अपना अलग मुकाम हासिल कर लिया है। याशी ने दार्जलिंग के हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट से बेसिक कोर्स के बाद उत्तरकाशी के नेहरू माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट से एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स किया। दिसंबर 2017 में उसने एवरेस्ट बेस कैंप (17,600 फीट) और काला पत्थर (18,510 फीट) की सफलतापूर्वक चढ़ाई की। मई 2018 में उसने माउंट जोगिन पर फतह हासिल की। जुलाई 2019 में याशी ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर तिरंगा फहराया।
अब नेपाल की एशियन ट्रैकिंग कंपनी के साथ मिलकर याशी ने वर्ष 2020 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी कर ली है। जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा इस अभियान में याशी को सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए फाउंडेशन द्वारा एक लाख रूपए की सहायता की जा रही है। अभियान के लिए रवाना होने से पहले याशी जेएसपीएल संयंत्र पहुंचीं और कंपनी के चीफ आॅपरेटिंग आॅफिसर-छत्तीसगढ़ दिनेश कुमार सरावगी से मुलाकात की। श्री सरावगी ने कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट संजीव चौहान की उपस्थिति में याशी को चेक सौंपते हुए अभियान के बारे में जानकारी ली और सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि याशी की उपलब्धियों से निश्चित तौर पर रायगढ़, छत्तीसगढ़ और पूरे देश का नाम रोशन हुुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही याशी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा लहराने में सफल होगी।