हाथियों के आतंक से राहत देने पहुंचा गजराज वाहन
गरियाबंद
हाथियों के समूह लगातार जान माल की हानि पहुंचा रहे हैं इससे निपटने वन विभाग तमाम उपाय अब तक कर चुके हैं अब गजराज वाहन लाया गया है जो शायद कुछ राहत पहुंचा सके। कुछ समय पहले तक प्रदेश के 10 ग्यारह जिलों तक सीमित हाथियों की समस्या अब प्रदेश के ज्यादातर जिलों में फैल चुकी है । बस्तर को छोड़ दें तो बाकी सभी जिलों में हाथी आतंक मचा रहे हैं ।
पहली बार गरियाबंद जिले में गजराज वाहन बैकुंठपुर वन मंडल से भेजा गया है। इसमें विशेष रूप से पांच प्रकार की हाइलोजन लाइट्स लगाई गई हैं, जो अलग-अलग रंगों की है, हाथी के आंख पर ऐसी लाइट डालने से वह डरता है। इसके अलावा इसमें हूटर और सायरन भी लगाया गया है । जिसकी तेज आवाज से हाथी वापस जंगल में भाग जाता है। इस वाहन में सभी तरफ जालियां लगाई गई है जिससे हाथी अपनी सूंड से इसे पकड़ ना सके ।कई खासियतों वाले इस वाहन को जरूरत पड?े पर इंसान और हाथियों के बीच लाया जाता है। इसका उपयोग कर हाथी को वापस जंगल में खदेड़ा जाता है। हाथी प्रभावित कई जिलों में इस वाहन का पहले से उपयोग किया जा रहा है । गरियाबंद जिले के लिए भेजे गए इस गजराज वाहन के आ जाने से अब वन विभाग के कर्मचारी भी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।