पाक पर बरसे दानिश कनेरिया, बोला ‘जय श्री राम’
नई दिल्ली
पाकिस्तान में हिंदू क्रिकेटरों के उत्पीड़न की बातें सामने आने के बाद पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने अपना एक और विडियो शेयर किया। कनेरिया इस विडियो में आरोप लगा रहे हैं कि पाकिस्तान ने उन क्रिकेटरों का स्वागत किया, जिन्होंने मुल्क तक बेच दिया। यूट्यूब पर पोस्ट इस विडियो की शुरुआत में कनेरिया कहते हैं, 'नमस्कार, सलाम, जय श्री राम। आपने जो प्यार और सपॉर्ट पिछले दिनों मुझे दिया, मैं उसको बयां नहीं कर सकता हूं।'
सस्ती शोहरत के लिए नहीं विडियो
उन्होंने कहा, 'जो लोग ये कह रहे हैं कि मैं सस्ती शोहरत, यूट्यूब विडियो के लिए ये बातें कर रहा हूं तो उन्हें याद दिला दूं कि मैंने नहीं बल्कि शोएब अख्तर ने की थीं। मैंने जिस तरीके से उन सब चीजों को झेला, कभी किसी भी स्तर पर क्रिकेट खेलते हुए उसे क्रिकेट के आगे नहीं आने दिया। हमेशा अपने खेल पर ही फोकस रखा।'
'हाथ-पैर काट दिए'
कनेरिया ने कहा, 'कुछ लोग कह रहे हैं कि मैंने अपना यूट्यूब चैनल बनाया, आप लोग क्या चाह रहे हो। आपने तो मेरे हाथ-पैर काट दिए, क्रिकेट तो दूर की बात, मुझे चैनल पर काम देना बंद कर दिया। जिस चैनल पर मैंने काम किया, उसके लिए पैसे अभी तक नहीं मिले।'
'मुल्क को नहीं बेचा'
कनेरिया आगे कहते हैं, 'फिक्सिंग को लेकर मेरे बारे में बातें करते हैं लेकिन पहले जान तो लें कि मुझ पर दूसरे साथी क्रिकेटरों को उकसाने के आरोप लगे थे। कम से कम मैंने मुल्क को तो नहीं बेचा। यहां तो ऐसे लोग हैं जिन्होंने मुल्क को बेचा, जेल गए और फिर आकर टीम में क्रिकेट खेलने लगे। उनका सम्मान किया गया। मैंने तो कोई पैसे नहीं खाए, अपनी गलती भी स्वीकार की।'
बयान से अब पलटे अख्तर
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पेसर शोएब अख्तर ने कहा था कि पूर्व लेग स्पिनर कनेरिया को उनके हिंदू धर्म से संबंध रखने के चलते कई लोग उन्हें टीम में नहीं देखना चाहते थे। हालांकि इस पर उन्होंने अब सफाई दी और कहा कि उनके इस बयान को पूरी तरह गलत समझा गया। उन्होंने कहा कि धार्मिक आधार पर किसी के साथ भेदभाव करना उनकी टीम का कल्चर नहीं है।
ईसीबी ने लगाया था बैन
कनेरिया को 2012 में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था। पीसीबी ने 2012 में आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी प्रोटोकोल का अनुकरण करते हुए कनेरिया पर आजीवन प्रतिबंध को पुष्ट किया। कनेरिया इंग्लिश काउंटी मैचों में स्पॉट फिक्सिंग और अन्य खिलाड़ियों को स्पॉट फिक्स करने के दोषी पाए गए थे।