मेजबान रायपुर रहा विजेता, 13वीं सिक्ख प्रीमियर लीग क्रिकेट
रायपुर
शहीद भाई तारू सिंग स्टडी सर्कल रायपुर, छत्तीसगढ़ की ओर से आयोजित 13वीं सिक्ख प्रीमियर लीग क्रिकेट मैच का फाइनल मैच रविवार को एमपी नचरानी मेमोरियल क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। संघर्षपूर्ण मैच में मेजबान रायपुर ने 2 विकेट से यह टूनार्मेंट जीत लिया। फाइनल मैच के मैन आॅफ द मैच रणदीप सिंग व मैन आॅफ द सीरीज जसमीत सिंग हंसपाल (स्टडी सर्कल रायपुर) को दिया गया।
खिताबी भिड़ंत के लिए मेजबान रायपुर और लखनऊ यूनाइटेड की टीम आमने-सामने थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए लखनऊ यूनाइटेड की टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 103 रन बनाए। जिसमें दमनप्रीत सिंग की शानदार बल्लेबाजी 4 चौके और 2 छक्कों की मदद से 21 गेंदों में 35 रन की रही। शहीद भाई तारू सिंग स्टडी सर्कल रायपुर के गेंदबाजों ने काफी सधी हुई गेंदबाजी की। रणदीप सिंग ने 4 ओवर में 28 रन देकर 3, लक्की जुनेजा ने 4 ओवर में 17 रन देकर 2 और जसप्रीत ने 4 ओवर में 18 रन देकर 2 विकेट लिए।
जवाब में खेलने उतरी शहीद भाई तारू सिंग स्टडी सर्कल रायपुर को विजयी लक्ष्य पाने में काफी संघर्ष करना पड़ा। 19.4 ओवर खेलकर उन्होंने विजयी स्कोर 104 रन हासिल किए, इस बीच उन्होंने अपने 8 विकेट गंवा दिए। जगपाल सिंग ने 32 गेंद में 2 चौकों की मदद से 25 और रणदीप सिंग ने 13 गेंद में 14 रन की पारी खेली। शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए रणदीप सिंग को मैन आॅफ द मैच चुना गया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि मंजीत कौर चावला एवं विधायक कुलदीप जुनेजा व राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे। उन्होंने विजेता, उपविजेता और टूनार्मेंट में शामिल खिलाडि?ों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष बनाए जाने पर श्री छाबड़ा का शहीद भाई तारू सिंग स्टडी सर्कल रायपुर, छत्तीसगढ़ की ओर सम्मान किया गया।
श्री त्रिलोचन सिंह काले, इंदरजीत सिंह, अमरजीत सिंह चग्गर ने बताया कि देश भर में अपने तरह का यह पहला क्रिकेट टूनार्मेंट है जो हर साल आयोजित किया जाता है। यह 13वां साल था। विजेताओं को प्रथम 51 हजार, द्वितीय 31 हजार और तृतीय 21 हजार नगद राशि के साथ शील्ड प्रदान प्रदान किया गया। इस अवसर पर सिक्ख समाज के प्रतिष्ठित नागरिक काफी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। समिति की ओर से टूनार्मेंट में सहयोग करने वालों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।