कमलनाथ सरकार ने भी MP के आदिवासियों की लोक कला को मंच देने की बनाई योजना
भोपाल
मध्य प्रदेश की आदिवासी लोक कला को अब यहां की कमलनाथ सरकार मंच मुहैया कराएगी. प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों के आदिवासी लोककलाओं से लोगों को रूबरू करने के लिए छत्तीसगढ़ की तर्ज पर प्रदेश सरकार भी आदिवासी महोत्सव का आयोजन करेगी. सरकार जल्द ही महोत्सव की तारीखों का ऐलान करेगी. प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा है कि सरकार आदिवासियों को प्रोत्साहित करने और सैलानियों को लुभाने के लिए आदिवासी डांस महोत्सव का आयोजन करेगी. राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में हुए आयोजन की जानकारी जुटाई है. इसके बाद ही नए साल में आदिवासी डांस महोत्सव का आयोजन करने की योजना बनाई गई है.
प्रदेश की लोक कला को मिलेगा बढ़ावा
छत्तीसगढ़ में शुक्रवार से आदिवासी डांस महोत्सव की शुरुआत हुई है, जिसमें देशभर के आदिवासी कलाकार अपने पारंपरिक डांस की प्रस्तुति दे रहे हैं. ये आयोजन तीन दिन तक चलना है. इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार भी प्रदेश में ऐसा आयोजन करेगी. छत्तीसगढ़ में आयोजित डांस महोत्सव में 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ 6 देशों के करीब 1350 से ज्यादा कलाकार पहुंचे हैं. वहीं एमपी सरकार की कोशिश है कि प्रदेश के आदिवासी लोकनृत्यों को ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाए. इसके लिए सरकार ने मंथन शुरू कर दिया है.
पर्यटन के साथ लोक कला का प्रचार
प्रदेश के पर्यटन मंत्री ने कहा है कि सरकार टूरिज्म को प्रमोट करने के साथ-साथ आदिवासियों की लोककलाओं का भी प्रचार करना चाहती है. सरकार का मकसद है कि आदिवासियों की लोक कलाओं को मंच मिलने के साथ ही उनको रोजगार के अवसर भी मुहैया हो सकें. सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि प्रदेश के वाटर-बॉडीज पर टूरिस्टों को रिझाने के लिए सरकार चिह्नित वाटर-बॉडीज पर कई एडवेंचर एक्टिविटीज कराने की तैयारी में है. जिस तरह से इस बार न्यू ईयर सेलिब्रिशेन को लेकर प्रदेश के पर्यटनों स्थलों पर सैलानियों का हुजूम उमड़ने को तैयार है, उससे साफ है कि राज्य के पर्यटन स्थलों की तरफ टूरिस्ट आकर्षित हो रहे हैं. सरकार आदिवासी डांस महोत्सव के जरिए देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाने का प्लान बना रही है.