साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण शुरू
नई दिल्ली
वर्ष 2019 का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था। यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार ग्रहण है। इस ग्रहण को सीधे आंखों से देखने से बचें। ये सूर्य ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में बनेगा इसलिए व्यक्तिगत रूप से धनु राशि और मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव पड़ेगा। इसलिए धनु राशि के लोगों को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
दिल्ली के नेहरू तारामंडल में सूर्य ग्रहण देखने के लिए विशेष इंतजाम
राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. जबकि दक्षिण भारत के इलाकों में साफ तौर पर पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा. दिल्ली के नेहरू तारामंडल में सूर्य ग्रहण देखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. बड़ी-बड़ी दूरबीनें लगाई गई हैं.
सूर्य ग्रहण को लेकर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
कुरुक्षेत्र में आज (26 दिसंबर) को सूर्य ग्रहण पर देश-विदेश से करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है. जो ब्रह्म सरोवर में सुबह 8.15 बजे से 10.55 तक सूर्य ग्रहण के दौरान स्नान करेंगे. प्रशासन ने इसके लिए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए हैं. कुरुक्षेत्र के डीएम ने कहा कि इस बार का सूर्य ग्रहण मेला यादगार बनाने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है.
सूर्य ग्रहण देखते समय बरतें सावधानी
सूर्य ग्रहण को सीधे नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे आंखों को नुकसान हो सकता है. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल सोलर फिल्टर्स या एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए.