गली के आखिर में है घर और मन में रहता है डर तो यह करें उपाय
अगर दिल में किसी बात को लेकर डर बना रहता है तो इसके लिए हमारे आसपास मौजूद वास्तु दोष जिम्मेदार हो सकता है। मन में भविष्य को लेकर आशंका बनी रहती है या फिर अनहोनी का डर हमेशा सताता है तो वास्तु में बताए गए कुछ आसान से उपायों को अपनाकर अपने मन से डर को दूर कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
डर स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। हर किसी को कभी न कभी इसका अहसास होता है। अगर घर गली के आखिर में है तो ऐसे भवन में वास्तु दोष ठीक कराना बहुत जरूरी होता है। माना जाता है कि ऐसे घर में रहने वालों के मन में अनहोनी का डर बना रहता है। ऐसे घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में गतिरोध उत्पन्न होने से भय का आना शुरू हो जाता है। अगर मन में भय बना रहता है तो हनुमान जी का पूजन कर हं हनुमंते नमः का जाप करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। भगवान श्रीगणेश की आराधना करें। बच्चों को बुरे सपने आते हैं या डरे सहमे रहते हैं तो बच्चों के कमरे में जीरो वॉट का पीले रंग का नाइट लैम्प या बल्ब जलाए रखें। अगर मकान के मुख्य द्वार के पास लोहे का खूंटा लगा है तो इसे तुरंत हटा दें। घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाएं। इमली या कनेर का पेड़ घर के मुख्य द्वार के सामने नहीं लगाना चाहिए। रात में सोते समय पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर हाथ पैर धोने से डर और तनाव दूर होता है। डली वाला नमक लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर लटकाने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होता है। कांटों वाले पेड़-पौधे घर में नहीं लगाने चाहिए। जिन पेड़-पौधों की पत्तियों या टहनियों को तोड़ने पर दूध निकलता है उन्हें भी घर में नहीं लगाना चाहिए।