कौशल्या मंदिर परिसर में होगा राम वनगमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ
रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को सुबह 11 बजे माता कौशल्या मंदिर परिसर चंदखुरी में राम वन गमन पर्यटन परिपथ निर्माण के साथ ही माता कौशल्या मंदिर परिसर में जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ करेंगे। सरकार ने पहले चरण में भगवान राम से जुड़े आठ स्थानों को विकसित करने का फैसला किया गया है।
छत्तीसगढ़ में सरकार ने राम वनगमन पर्यटन परिपथ निर्माण की घोषणा की है। इसके तहत राज्य में राम वन गमन पथ पर पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें प्रथम चरण में सीतामढ़ी हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा के सप्तऋषि आश्रम, जगदलपुर और सुकमा जिले के रामाराम शामिल हैं। इसके साथ ही रायपुर जिले के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर परिसर का भी जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि कि शोधकर्ताओं के शो किताबों से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रभु श्रीराम के द्वारा अपने वनवास काल के 14 वर्षों में से लगभग 10 वर्ष से अकि समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया गया था। विभिन्न् शो प्रकाशनों के अनुसार प्रभु श्रीराम ने छत्तीसगढ़ में वनगमन के दौरान लगभग 75 स्थलों का भ्रमण किया।
जिसमें से 51 स्थल ऐसे हैं, जहां प्रभु राम ने भ्रमण के दौरान रूककर कुछ समय व्यतीत किया था। रविवार को आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, पूर्व विायक एवं न्यासी श्री बालाजी स्वामी ट्रस्ट श्री दूधाधारी मठ राजेश्री महंत रामसुंदर दास , रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष शारदा देवी वर्मा समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।