7 नौसेना कर्मियों को हनीट्रैप में फंसाया था, ISI हैंडलर को संवेदनशील जानकारियां लीक
विशाखापट्टनम
पाकिस्तानी जासूसी रैकिट से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार सात नौसेना कर्मियों के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। शुक्रवार को आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस मामले में मुंबई के हवाला ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया था। अब तक की जांच में पता चला है कि तीन से चार महिलाओं ने ऑनलाइन फ्रेंडशिप के जरिए नौसेना कर्मियों को हनीट्रैप का शिकार बनाया। यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी आईएसआई हैंडलर को ये नौसेना कर्मी 2018 से नेवी शिप्स और पनडुब्बियों के बारे में संवेदनशील जानकारी पहुंचा रहे थे।
तीन जनवरी तक न्यायिक हिरासत में आरोपी
इस बीच शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आठों आरोपियों को विजयवाड़ा में नैशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ऑफिशल सीक्रेट्स ऐक्ट 1923 के तहत नौसेना कर्मियों पर केस दर्ज हुआ है। पुलिस की खुफिया शाखा ने केन्द्रीय खुफिया एजेंसियों और नौसेना के खुफिया विभाग के साथ मिलकर ‘ऑपरेशन डॉल्फिन्स नोज’ चलाया, जिसके बाद इस जासूसी के रैकिट का पता चला।
3-4 महिलाओं ने ऑनलाइन फ्रेंडशिप के जाल में फंसाया
पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'नेवी के सात कर्मचारी और एक हवाला ऑपरेटर को देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया गया है। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में जांच जारी है।' एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि 2017 की शुरुआत में आरोपी नेवी कर्मियों की भर्ती हुई थी और एक साल बाद उनसे तीन से चार महिलाओं ने संपर्क किया। महिलाओं ने इन्हें ऑनलाइन फ्रेंडशिप का लालच देते हुए हनीट्रैप में फंसाया। इसके बाद महिलाओं ने उनका परिचय एक कथित कारोबारी से कराया, जोकि आईएसआई हैंडलर था।
जहाज-पनडुब्बियों की जानकारी आईएसआई हैंडलर को लीक
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलर ने उनसे संवेदनशील जानकारियां जुटानी शुरू कर दीं। इसमें भारतीय पनडुब्बियों और नौसेना के तैनात जहाजों की पक्की लोकेशन के बारे में भी जानकारियां शामिल हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया, 'अपनी सेवाओं के लिए नौसेना कर्मियों को एक हवाला ऑपरेटर से अच्छी-खासी रकम मिल रही थी।' पुलिस अभी हैंडलर और महिलाओं तक नहीं पहुंच सकी है। इस मामले में आरोपी नौसेना कर्मी महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा के रहने वाले हैं।
हवाला ऑपरेटर से पूछताछ में बड़े रैकिट के संकेत
जांच एजेंसियों के मुताबिक 2018 के मध्य से विशाखापट्टनम, मुंबई और कारवाड़ बेस पर तैनात सात नौसेना कर्मी आईएसआई हैंडलर को इंडियन नेवी के जहाजों और पनडुब्बियों के बारे में संवेदनशील सूचनाएं लीक कर रहे थे। आंध्र प्रदेश पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस टीम का कहना है कि हवाला ऑपरेटर से पूछताछ में बड़े रैकिट के संकेत मिल रहे हैं, लिहाजा गहन जांच की जरूरत है।