नड्डा बोले, CAA के बाद देश में NRC भी लाएंगे
नई दिल्ली
देश के विभिन्न हिस्सों में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी ने स्पष्ट किया कि देश में संशोधित नागरिकता कानून लागू किया जाएगा और भविष्य में एनआरसी भी लागू होगा। बीजेपी मुख्यालय में अफगानिस्तान के शरणार्थियों से भेंट के बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, 'भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में जो फैसले लेता है, वो मानवतावादी और देश हित में होते हैं।' उन्होंने कहा, 'मैं इस मंच से संशोधित नागरिकता कानून का विरोध करने वालों को भी स्पष्ट कहना चाहता हूं कि वो वोटबैंक की राजनीति छोड़ दें। वोटबैंक की खातिर मानवीय पक्ष का निरादर न करें।'
नड्डा ने कहा कि वह इस कानून का विरोध करने वाले नेताओं से कहना चाहते हैं कि उन्हें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्ताए से धार्मिक प्रताड़ना के कारण यहां आए हिन्दू, जैन, बौद्ध, पारसी, ईसाई एवं सिख समुदाय के लोगों से मिलना चाहिए और देखना चाहिए कि वे किस हालात में रह रहे हैं। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि विरोध करने वाले देखें कि किस तरह से ये लोग 30 साल से रह रहे हैं, जहां न तो प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं, न ही बच्चों का दाखिला करवा सकते, न मकान खरीद सकते थे और अधर में लटके हुए थे।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति के कारण संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित हो पाया, जिसके सूत्रधार गृह मंत्री अमित शाह रहे। उन्होंने कहा, 'भारत मोदी जी के मजबूत नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। नागरिकता कानून भी लागू होगा और आगे चलकर एनआरसी भी लागू होगा।' बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि इस कानून के कारण बड़ी संख्या में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरण लेने आए थे, उन्हें नागरिकता मिलने जा रही है।
नड्डा ने कहा कि जो सिख भाई करीब 28-30 साल पहले अफगानिस्तान से बेदखल होकर और अपने धर्म की रक्षा के लिए भारत आए थे, उन्होंने आज पार्टी कार्यालय में आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया और इस संदर्भ में मुझे धन्यवाद ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में पिछले कुछ दिन से प्रदर्शन हो रहे हैं। मध्य दिल्ली के कुछ इलाकों में आज भी प्रदर्शन हुए। लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में मार्च निकालने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।