पांच साल ‘गोल्डन डक’ का शिकार हुए विराट कोहली
विशाखापत्तनम
भारतीय कप्तान विराट कोहली वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज के दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में खाता खोले बिना आउट हो गए। अपनी पहली ही गेंद पर कोहली कायरन पोलार्ड की स्लो बाउंसर पर चूके और रोस्टन चेस ने मिडविकेट पर उनका आसान सा कैच पकड़ लिया। कोहली के वनडे करियर में 13वीं बार जीरो पर आउट हुए। इतना ही सिर्फ तीसरा ऐसा मौका था जब कोहली अपनी पारी की पहली ही गेंद पर आउट हो गए हों। हालांकि भारत ने रोहित शर्मा और केएल राहुल की सेंचुरी की मदद से अपने 50 ओवरों में 5 विकेट पर 387 रनों का विशाल स्कोर बनाया। भारतीय कप्तान इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ 27 अगस्त 2014 को कार्डिफ में गोल्डन डक का शिकार हुए थे। और इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में 2013 और वेस्ट इंडीज के खिलाफ 11 जून 2011 को पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना आउट हुए थे।
दो साल बाद जीरो पर आउट
विराट कोहली दो साल बाद खाता खोले बिना आउट हुए। इससे पहले वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नै में 17 सितंबर 2017 को खाता खोले बिना आउट हुए थे। हालांकि तब उन्होंने सात गेंदों का सामना किया था। रोहित शर्मा और लोकेश राहुल ने शानदार बल्लेबाजी की। रोहित ने अपने वनडे करियर की 28वीं सेंचुरी लगाई। उन्होंने 138 गेंदों पर 159 रनों की पारी खेली। उन्होंने 17 चौके और 5 छक्के लगाए। वहीं केएल राहुल ने 104 गेंदों पर 8 चौकों और पांच छक्कों की मदद से 102 रन बनाए।
अय्यर की हाफ सेंचुरी, पंत का धमाका
भारत की ओर से श्रेयस अय्यर ने भी पारी के अंत में धमाकेदार खेल दिखाया। अय्यर ने सिर्फ 32 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मद से 53 रन बनाए। वहीं पंत ने छोटी मगर आक्रामक पारी खेली। उन्होंने 16 गेंदों पर तीन चौकों और छक्कों की मदद से 39 रन बनाए।