प्रदेश में फिल्म नीति और फिल्म सिटी बनाई जाएगी
भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश को फिल्म फ्रेंडली प्रदेश बनाया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही फिल्म नीति भी बनाई जाएगी। नाथ आज खजुराहो में पाँचवें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि फिल्में सिर्फ मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि यह आर्थिक समृद्धि का जरिया भी बनती है। उन्होंने कहा कि हम नई फिल्म नीति और फिल्म सिटी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, इससे फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय कलाकारों को अवसर प्राप्त होगा। नाथ ने कहा कि फिल्म निर्माण की तकनीक में पहले की तुलना में काफी बदलाव आया है। नई फिल्म तकनीक का प्रशिक्षण हमारे प्रदेश के युवाओं को मिले, इसके लिए कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि कस्बा, ब्लॉक और तहसील स्तर पर छोटे स्क्रीन के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन हो इस पर भी सरकार विचार कर रही है। इससे जहाँ लोगों को मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे वहीं आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ने से नए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखण्ड के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। विकास के नक्शे पर बुंदेलखण्ड अग्रणी क्षेत्र के रूप में अंकित हो इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर टपरा टॉकीज का उद्घाटन किया और उद्योगपति डॉ. ललित खेतान को भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम को विधायक नाती राजा एवं बुंदेलखण्ड फेस्टिवल के चैयरमेन राजा बुंदेला ने संबोधित किया।
संस्कृति एवं पर्यटन विभाग और प्रयास प्रोडक्शन मुंबई द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित पाँचवें खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ महात्मा गांधी के 150वें जन्म वर्ष पर 'गांधी' फिल्म के प्रदर्शन से हुआ। इस वर्ष फिल्मोत्सव की थीम कॉमेडी रखी गई है। यह महोत्सव सात दिन चलेगा जिसमें फिल्मों के प्रदर्शन के साथ-साथ स्थानीय हास्य कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
इस मौके पर वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं फिल्मों से जुड़ी हस्तियाँ, जन प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।