हजारों प्रदर्शनकारी, सैकड़ों पुलिसवाले…ऐसे काबू हुआ सीलमपुर का हिंसक प्रदर्शन
नई दिल्ली
नागरकिता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को कई स्थानों पर प्रदर्शन हिंसक हो गया. हालांकि, दिल्ली पुलिस के मुताबिक मस्जिदों से अपील करने के बाद प्रदर्शनकारी सड़क से हटे और शांति बहाल हुई.
इससे पहले यहां दिल्ली स्थित सीलमपुर में एक पुलिस थाने को प्रदर्शकारियों ने आग के हवाले कर दिया. खबरों के अनुसार, विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस की दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव करने के साथ-साथ डीटीसी की बसों में तोड़फोड़ की गई. स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस ने मौके पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़े. जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ एकजुटता दिखाने और नागरकिता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन हुए.
हिंसक हो गए प्रदर्शनकारी
दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा, 'करीब एक घंटे तक प्रदर्शनकारियों ने सीलमपुर चौक पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस भी उन्हें समझाती रही कि शांति बनाए रखें. तभी भीड़ में से कुछ लोग इधर-ऊधर हुए और उन्हीं में से कुछ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके बाद उन्होंने गाड़ियों में भी तोड़-फोड़ की. जवाब में पुलिस ने उन पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और उन्हें पीछे किया. करीब एक घंटे तक ऐसा ही चलता रहा. इसके बाद इलाके के अमन कमेटी के लोगों ने शांति की अपील की. मदरसों और मस्जिदों से अमन-चैन की अपील की गई जिसके बाद से इलाके में शांति है.'
आलोक कुमार ने कहा, 'स्थिति अब पूरी तरह से कंट्रोल में है. कुछ पुलिसवालों को चोट भी लगी है. दो बसों के शीशे तोड़े गए हैं. एक रैपिड एक्शन फोर्स की बस को तोड़ा गया है. कुछ बाइक को भी तोड़ा गया है.'
अमन कमेटी से पुलिस की वार्ता
उन्होंने कहा, 'हम यानी पुलिस अमन कमेटी से लगातार बात कर रही है. पहले भी करती रही है. हमारी कोशिश रहती है कि उस इलाके जितने भी गणमान्य लोग हैं उनके द्वारा युवाओं को समझाएं और उन्हें शांत रखें. साथ ही उनके जरिए यह भी संदेश युवाओं तक पहुंचाने की कोशिश रहती है कि पुलिस उनकी हिफाजत के लिए है.' दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा कि प्रदर्शन से पहले इसकी किसी प्रकार की सूचना नहीं थी. अचानक लोग सड़क पर आ गए. लेकिन जैसे ही प्रदर्शन शुरू हुआ पुलिस बल भी वहां तैनात कर दिया गया.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, 'प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफिक पर पत्थराव शुरू कर दिया. पुलिस की जिप्सी पर भी पत्थर फेंके गए. पुलिस को चोट भी लगी है. आंसू गैस से लोगों को कंट्रोल किया गया. पुलिस बूथ पर तोड़फोड़ की गई और वहां रखी पुलिस की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया, उन्हें जलाया गया. सुबह करीब 11 बजे लोग जमा होने शुरू हुए और 1:30 बजे तक पूरी भीड़ सड़क पर आ गई.'
पुलिस ने कहा है कि क्षेत्र में हालात काबू में हैं. हालांकि, पुलिस ने यह नहीं बताया कि प्रदर्शन के पीछे किस संगठन का हाथ है. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई इन झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं.