अब पटवारी देंगे उत्पादन प्रमाणपत्र
बेमेतरा
धान खरीदी हेतु कलेक्टर के आदेशानुसार अब टोकन जारी होने के पहले किसानों को उत्पादन प्रमाण पत्र जमा करना होगा जिसमें रकबा, अनुमानित पैदावारी, धान रखने की अद्यतन स्थिति, गौठान के लिए सहमति से दिया गया पैरा सहित कई जानकारी निर्धारित प्रपत्र में भर कर पटवारी से प्रमाणित करवाना होगा। जिसके बाद ही टोकन जारी होगा।
वहीं उत्पादन प्रमाण पत्र में मांगी गई जानकारी में कई विरोधाभास है जैसे गावों में गौठान ही नहीं है तो किसान पैरा किसे दें व कहां रखें। धान कटाई हुए लगभग डेढ़ से दो माह हो चुके हैं ऐसी स्थिति में धान रखे होने को प्रमाणित करा पाना मुश्किल है। दूसरी तरफ डेढ़ माह से अपनी बारी का इंतजार कर रहे किसानों को अब फिर से पटवारी का चक्कर लगाना पड़ेगा।
सभी जानकारियों की प्रविष्टियों व सत्यापन में सप्ताह भर से अधिक का समय जाया होगा। इस बार एक माह देरी से शुरू हुई सरकारी खरीदी किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। पहले से ही देर हो चुकी रबी फसल की बोआई प्रभावित होने की संभावना है। रोज रोज जारी नए नए फरमानों को लेकर किसानों में नाराजगी व हताशा है।
जिले में एक लाख 17 हजार 105 किसानों ने पंजीयन कराया है जिसमे अब तक केवल 20 हजार 408 किसानों ने धान बेचा है। अभी भी लगभग 96 हजार से ज्यादा किसानों को इस जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। भूमि अभिलेख शाखा ने सभी अनुविभागीय अधिकारियो को ततसंबंध में निर्देश भी जारी कर दिया है।