वसुधैव कुटुंबकम की परिभाषा बदले देख रहे हैं- मंत्री सिंहदेव
रायपुर
जिन्ना और सावरकर को लेकर किए गए ट्वीट पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जिन्ना ने जैसे भारत का बंटवारा किया, महात्मा गांधी रोकते रहे हो. लेकिन अंत में बंटवारा हुआ. ठीक वैसे ही स्थिति बन गई है. वसुधैव कुटुंबकम की परिभाषा को बदलते देख रहे है.
जिन्ना और सावरकर को लेकर किए ट्वीट पर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि मेरी आउटसोर्सिंग टीम ट्वीट का मोर्चा संभाला हुए है, और मैं इस ट्वीट से सहमत हूं. वाक़ई में लगता है कि देश मैं चुने हुए प्रधानमंत्री संसद का पांव छूते हैं, शिर्डी छूते हैं, कहते हैं कि वासुदेव कुटुम्बकम परिकल्पना है, जिसमें वो कहते हैं कि पूरी दुनिया एक परिवार है. सस्ती लोकप्रियता बनाने के लिए हिंदूवाद की कथित प्रकार के निर्णय लेना. शरणार्थी भी अब धर्म से माने जाएंगे. दुनिया में ऐसा कभी ना हो कि लोगों को अपना देश छोड़कर आना पड़े.
सिंहदेव ने कहा कि अगर कोई आपात स्थिति होती है कि लोगों को देश छोड़ना पड़ रहा हो तो क्या अन्य देश उसके धर्म को देखकर पनाह देंगे. मेरे ख्याल से विश्व के इतिहास में ऐसा शायद ही हुआ हो. नया इतिहास को गढ़ने के लिए उतावले लोग वासुदेव कुटुम्बकम के अपने दर्शन को भूल कर बातें कर रहे हैं. इससे ज़्यादा दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति और क्या हो सकती है.
भाजपा अध्यक्ष द्वारा दिए बयान प्रदेश सरकार द्वारा जनता ठगे चले जा रहे हैं इस पर उन्होंने ऋण माफी की बात कहकर ऋण माफ़ी करना किसानों को छलना है, 2500 रुपए में धान खरीदना किसानों को उछालना है. दिव्यांगों को रोज़गार देना किसी से धोखा करना है तो ऐसा काम सरकार को करते रहना चाहिए. अब ये छलने की बात ऐसे कौन लोग कर रहे हैं जो लिखित दस्तावेज़ केंद्र से आने पर एक शब्द आपत्ति नहीं करते. छत्तीसगढ़ के धान को खरीदने से मत रोको. जो चुनाव के पहले कहते थे कि बोनस ठीक है आज वही इस काम को रुकवाने में तुले हैं, कहते हैं कि सरकार ठग रही है.
वहीं प्रदेश में बढ़ते क्राइम को लेकर सिंहदेव ने कहा कि घटना हुई है, रिपोर्ट हो रही है. यदि पुलिस प्रशासन की ओर से लापरवाही या कमज़ोरी दिख रही है, सूचना होने के बाद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है, संदिग्धों पर नज़र नहीं रखी जा रही है, ऐसी कमियां अगर हैं तो सरकार को जरूर कमियों को दूर करनी चाहिए.