जाटों के विरोध के बाद 11 मिनट काटी गई ‘पानीपत’
आशुतोष गोवारिकर की हिस्टोरिकल ड्रामा फिल्म 'पानीपत' पर पिछले कई दिनों से राजस्थान का जाट समुदाय बैन की मांग कर रहा है। उनके इस विरोध को देखते हुए फिल्म के विवादित हिस्से को एडिट कर दिया गया है। प्रड्यूसर के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि फिल्म से महाराजा सूरजमल से संबंधित विवादित सीन को डिलीट कर दिया गया है और इसे सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया। बताया जा रहा है कि एडिट होने के बाद फिल्म को सर्टिफिकेट मिल चुका है जिसके बाद फिल्म की लंबाई 11 मिनट कम हो गई है।
बुधवार को अडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) राजीव स्वरूप ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर ने उन्हें जानकारी दी है कि फिल्म के प्रड्यूसर विवादित हिस्से को हटाने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रड्यूसर्स ने एडिट करने के बाद फिल्म सेंसर बोर्ड के सामने रखी है।
भरतपुर के जाट राजा, महाराजा सूरजमल को एक लालची और स्वार्थी राजा दिखाए जाने पर 'पानीपत' पर विवाद हो गया था। इसके बाद विरोध कर रहे जाट महासभा के नेताओं के लिए मंगलवार राज को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इसके बाद जाट नेताओं ने इस फिल्म पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग की थी क्योंकि इसमें ऐतिहासिक तथ्यों को कथित तौर पर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि सरकार का फिल्म को बैन करने का कोई इरादा नहीं है और इसके शो रद्द करने का फैसला डिस्ट्रीब्यूटर्स और सिनेमाघर मालिकों ने अपने स्तर पर लिया है।