धान खरीदी व्यवस्था पर रमन ने उठाये सवाल
रायपुर
धान खरीदी की वर्तमान व्यवस्था पर पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमनसिंह ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि अव्यवस्था का दंश किसान झेलने मजबूर है। जो व्यवस्था खरीदी केन्द्रों में बना दी गई है, उससे किसानों को अब लगा है कि उन्होंने अफीम की खेती कर ली है। क्योंकि किसानों को चोर अपराधी समझा जा रहा है। किसानों के धान जब्त किए जा रहे हैं। खरीदी को लेकर रोज नए-नए फरमान जारी किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी आदेश में विसंगति है। धान खरीदी की सीमा प्रतिदिन, प्रति सोसायटी तय कर दी गई है। जबकि विपक्ष में रहते वादा करते रहे कि एक-एक दाना धान खरीदेंगे। अब सत्ता में आने के बाद वादे से मुकर रही है। किसानों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। सोसायटी पर दबाव बनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में किसानों को अब लग रहा है कि उन्होंने धान नहीं अफीम की खेती कर ली है। कवर्धा में किसानों ने तहसीलदार को बंधक बना लिया। मुंगेली, राजनांदगांव, गरियाबंद जैसी कई जगहों पर किसानों के प्रदर्शन की खबर है। सरकार ने 15 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदने की बात सरकार ने कहीं थी।
रमन सिंह ने यह भी कहा कि किसानों को इतना भटका दिया गया है कि वह मंडी, सोसायटी न आकर औने-पौने दाम पर धान बेच दे। किसान का बेटा किसानों की पीड़ा समझने की बजाय किसानों को प्रताड़ित कर रहा है। किसान वैसा ही है। लेकिन यदि कोई बदला है तो वह है मुख्यमंत्री। मुझे लगता है इनका पांच साल अध्ययन दल बनाने और उसकी रिपोर्ट आने में चला जायेगा। हम सब सोसायटी में जाकर किसानों के साथ आन्दोलन करेंगे। किसानों को अकेला नही छोड़ेंगे।