ऑस्ट्रेलिया से हारने के बावजूद भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम बनी चैम्पियन
नई दिल्ली
भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने रविवार को यहां मेजबान आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-2 से टूर्नामेंट की पहली शिकस्त के बावजूद अंक तालिका में शीर्ष पर रहते हुए तीन देशों का हाकी टूर्नामेंट जीत लिया। भारत ने चार मैचों में सात अंक हासिल किए। मेजबान आस्ट्रेलिया के भी चार मैचों में सात ही अंक थे लेकिन भारतीय टीम बेहतर गोल अंतर के कारण शीर्ष पर रही।
अंतिम मैच में भारत की ओर से एकमात्र गोल गगनदीप कौर ने किया। इससे पहले आस्ट्रेलिया ने एबिगेल विलसन के 15वें मिनट में दागे गोल की बदौलत बढ़त बनाई थी। एबिगेल ने इसके बाद 56वें मिनट में एक और गोल दागकर आस्ट्रेलिया को 2-1 से आगे किया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ। भारतीय टीम को पहले क्वार्टर में मेजबान टीम ने लगातार दबाव में रखा। भारत को शुरुआती 15 मिनट में कुछ मौके मिले लेकिन टीम इनका फायदा नहीं उठा पाई।
आस्ट्रेलिया को 15वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर मिला जिसे एबिगेल ने गोल में बदलकर मेजबान टीम को 1-0 से आगे कर दिया। भारत ने दूसरे क्वार्टर में बराबरी हासिल करने का प्रयास किया लेकिन आस्ट्रेलिया के डिफेंस को भेदने में मेहमान टीम नाकाम रही। भारत को 22वें और 26वें मिनट में दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन टीम इन्हें गोल में नहीं बदल सकी।
दो मिनट बाद आस्ट्रेलिया को पेनल्टी स्ट्रोक पर अपनी बढ़त दोगुनी करने का मौका मिला लेकिन भारतीय गोलकीपर बिचू देवी खारिबाम ने शानदार बचाव करते हुए भारत को 0-2 से पिछड़ने से बचा लिया। तीसरे क्वार्टर में भी दोनों ही टीमें पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलने में नाकाम रहीं।
भारत ने चौथे क्वार्टर में शुरू से ही आस्ट्रेलिया को दबाव में डाला। टीम को इसका फायदा 53वें मिनट में पेनल्टी कार्नर के रूप में मिला। गगनदीप ने इसके बाद आस्ट्रेलिया की गोलकीपर हनाह एस्टबरी को छकाते हुए गोल दागकर भारत को 1-1 से बराबरी दिला दी। भारत हालांकि इस गोल का जश्न अधिक देर तक नहीं माना पाया और तीन मिनट बाद ही एबिगेल ने पेनल्टी कार्नर पर एक और गोल दागकर आस्ट्रेलिया को 2-1 से आगे कर दिया। भारत ने अंतिम लम्हों में बराबरी हासिल करने के भरसक प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली।