प्याज की बढ़ती कीमत का कारण पता करने के लिए बीएचयू में होगा रिसर्च
वाराणसी
प्याज की आसमान छूती कीमत पर अब आईआईटी बीएचयू का एग्री-बिजनेस इनक्यूबेटर व बीएचयू का कृषि विज्ञान संस्थान शोध करेगा। प्याज की कीमत में वृद्धि का कारण पता लगाकर उसका निवारण किया जाएगा। प्याज की बढ़ी कीमत से किसानों की बजाय बिचौलियों को होता है। यह शोध उन सभी कारकों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो कीमत बढ़ाने के जिम्मेदार हैं। इस प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिए आईआईटी एक समाधान ढूंढेगा। आईआईटी एग्री-बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर के हेड तथा केमिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीके मिश्रा ने कहा कि प्याज की कीमतों में समय-समय पर बढ़ोतरी चिंता का विषय है।
आईआईटी और कृषि विभाग करेंगे शोध
इसके सभी कारकों का पता लगाने के लिए शोध की आवश्यकता है। प्रो मिश्रा ने कहा कि कृषि-अर्थशास्त्र के विशेषज्ञों के सहयोग से एग्री-बिजनेस इनक्यूबेटर इस मामले पर शोध करेगा। उन सभी कारकों को खोजने के बाद, इनका विश्लेषण किया जाएगा और एक ठोस समाधान निकाला जाएगा। कृषि विज्ञान संस्थान के एग्रीइकोनॉमिक्स के विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश सिंह ने कहा कि इस तरह की मूल्य वृद्धि पर पहले भी शोध हुए हैं। जो यह बताते हैं कि मूल्य वृद्धि के पीछे बिचौलियों का हाथ होता है। हम इस समस्या के समाधान के लिए एक प्रभावी मार्केटिंग मॉडल भी विकसित करेंगे।
खाएं हरा प्याज, 15 दिनों में समस्या दूर
बीएचयू कृषि विज्ञान संस्थान के कृषि अर्थशास्त्री डॉ. वीरेंद्र कमल ने कहा कि प्याज की कीमतें बढ़ी हैं, तो ऐसे में हरा प्याज खाना चाहिए। यह सूखे प्याज से सस्ता व फायदेमंद है। खास यह कि इस हरे प्याज का लाभ सीधे किसानों को मिलेगा। इसे आसानी से उगाया भी जा सकता है। प्याज के महंगाई की समस्या शीघ्र ही दूर होगी। शीघ्र ही मार्केट में उपलब्ध होगा।