भाजपा के मेहनती और काम करने वाले कार्यकर्ताओ की अनदेखी से बागी बने शिवदत्ता
ये गली वो गली, अब की बार निर्दलीय
रायपुर। पुराणी कहवत है की जब सत्ता का नशा छटता है तो अच्छे अच्छो का दिमाग फिर जाता है , यही हाल छत्तीसगढ़ भाजपा का भी है ,हाँथ से जब सत्ता फिसली तो हर गलत फैसले को सही बताने की होड़ सी मच गई, हम बात कर रहे है नगरीय निकाय चुनाव में योग्य प्र्ताशियो की अनदेखी की ,परसाद टिकट वितरण में कई खामिया देखने को मिली जिसका खामियाजा भी पार्टी को ही उठाना होगा ,यह बात हम नहीं कह रहे ये जनचर्चा अब आम हो रही है , जिन्होंने सालो मेहनत की उनकी मेहनत पर पार्टी के वरिस्ट जनों ने पानी फैर दिया ,लेफ्टिनेंट अरविंद दीक्षित वार्ड क्रमांक 56 से भाजपा से दावेदारी कर रहे शिव दत्ता (राकेश) ने भारतीय जनता पार्टी की पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर अपने नाम पर मुहर नही लगने के बाद बगावती तेवर अपना लिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर वार्ड क्रमांक 56 से दावेदारी कर रहे शिव दत्ता का सूची में नाम नही होने पर हमारे संवाददाता ने जब सम्पर्क किया तो शिव दत्ता ने कहा कि पार्टी ने वार्ड की जनता के साथ एक सच्चे कार्यकर्ता की उपेक्षा की है और वार्ड के हजारों कार्यकर्ताओ के इच्छा विरुद्ध टिकट वितरण किया है जो स्वीकार नही है,मैंने वार्ड के हर क्षेत्र में घूमकर जनसम्पर्क किया है और अपने साथियों की सहमति से ही चुनाव लड़ने का इरादा किया था और मेरे साथी चाहते है कि मैं चुनाव लडू इसलिए मैं अब निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा मेरे पास अन्य राजनीतिक दलों का प्रस्ताव भी है पर मैं बचपन से संघ से जुड़ा सच्चा स्वयं सेवक हु इसलिए किसी अन्य दल से जुड़ने के बजाए मैं स्वतंत्र रूप से दावेदारी करूंगा और वार्डवासियों ने जिसतरह से मुझे आशीर्वाद और सहयोग दिया है तो निश्चित ही मैं विजयश्री हासिल कर जनता की सेवा करूंगा और वार्ड के सर्वांगीण विकास के लक्ष्य को साकार करूंगा।श्री दत्ता ने आगे बताते हुए कहा की जब निर्दलीय ही लड़ना है तो फिर निर्दलीय ही सही अब मैदान में उतर गए है तो फिर जीत भी सुनिश्चित करवाएंगे , और भाजपा ने एक कर्मठ सिपाही की अनदेखी की है अब जनता ही इस का फैसला करेगी की पार्टी सही थी या उनके चुनिंदा प्रत्याशी ,वही सूत्रों की माने तो शिवदत्ता से पार्टी के ही कुछ वरिस्ट जलन भावना रखते थे ,और टिकट वितरण के समय उन्होंने इस का बदला लिया ,जानकारों की माने तो महज पार्षद टिकट पाने की एवज में कई प्रत्याशियों की जेबों को जमकर टटोला गया है ,जिसका वजन ज्यदा था अब पार्टी के लोग उसे किस्मत और भाग्य बता कर अपना कोटा फुल कर चुके ,वही श्री दत्ता की साफ़ सुथरी छवी और पार्टी के प्रति सर्पण का सिलसिला थमा नहीं है ! उनके शुभचिंतको की सोशल मिडिया में मिल रही ताक़त और हौसले से दत्ता में नई उर्जा का संचार हुआ ,शोसल मिडिया फेसबुक पर श्री दत्ता की वाल पर कई शुभचिंतको ने उन्हें आगे बढ़ने और निर्दलीय चुनाव लड़ने की सलाह दे रहे !
श्री दत्ता के फेसबुक कमेंट्स बॉक्स में श्री आर पी सिंह कहते है की राजनीति में किसी के ऊपर भरोसा नही कर सकते कोई बात नही भाई उदास मत होना हम लोग तुमारे साथ है
वही एक और शुभचिन्तक श्री विजय सोना कुशालपुर ने कमेन्ट बॉक्स पर लिखा है ,ये गली वो गली, अब की बार निर्दलीय। क्योंकि इस बार टिकट वितरण सही नहीं हुआ है।