15 घंटे बाद गरमाया छात्रों को पीटने का मामला, दरोगा पर केस के लिए सिंह द्वार बंदकर धरना शुरू
वाराणसी
बीएचयू के मुख्य द्वार के पास स्थित लंका पर रविवार की देर रात दो छात्रों को पीटने का मामला 15 घंटे बाद फिर गरमा गया। आईसा से जुड़े छात्र संगठनों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर सिंह द्वार बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रविवार की रात ही निलंबित कर दिये गए दरोगा के खिलाफ अब केस दर्ज करने समेत कई मांगों को लेकर छात्र आंदोलित हो गए। करीब छह घंटे तक गेट बंद रहा और छात्रों का धरना प्रदर्शन चलता रहा। रात करीब 11 बजे बीएचयू से पहुंचे अधिकारियों ने छात्रों से उनकी मांगों से संबंधित पत्र लिया और उसे पुलिस अधिकारियों को सौंपने की बात पर धरना खत्म हुआ।
रविवार की रात करीब साढ़े दस बजे लंका चौराहे पर स्थित एक चाय की दुकान पर बीएचयू के कुछ छात्र चाय पी रहे थे। इसी दौरान वहां शराब के नशे में पहुंचे दो लोग आपस में झगड़ने लगे। देखते ही देखते दोनों में मारपीट होने लगी। इसकी सूचना पर चौकी प्रभारी सीरगोवर्धन अमरेंद्र पाण्डेय और चौकी प्रभारी चितईपुर प्रकाश सिंह मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि पुलिस वहां चाय पी रहे एमए द्वितीय वर्ष (राजनीति शास्त्र) के छात्र विवेक सिंह और बीए तृतीय वर्ष के छात्र प्रियांक मणि को पीटने लगी। छात्रों ने विरोध किया तो प्रकाश सिंह ने पिस्टल की मुठिया और जूते से दोनों छात्रों की पिटाई की। आसपास मौजूद कुछ अन्य छात्रों और दुकानदारों ने विरोध शुरू किया तो पुलिस दोनों छात्रों के अलावा कुछ अन्य लोगों को पकड़कर लंका थाने ले गई। थाने में भी छात्रों को पीटा गया।
इसकी सूचना बीएचयू के छात्रावासों में पहुंची तो वहां से बड़ी संख्या में छात्र एकजुट होकर लंका थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने का घेराव कर दिया और सहपाठी को छोड़ने की मांग करने लगे। पकड़े गए छात्रों के अलावा भी कई छात्रों ने दरोगा पर अपनी पिटाई का आरोप लगाया। छात्रों की संख्या देख कई थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। मामला बिगड़ने की आशंका में एसपी सिटी दिनेश सिंह और एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए। छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन छात्र दरोगा पर कार्रवाई से कम पर मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद छात्रों से दोषी पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने और गाली गलौज करने की तहरीर ली गई। दरोगा के खिलाफ केस दर्ज करने का आश्वासन देते हुए चितईपुर चौकी प्रभारी प्रकाश सिंह को सस्पेंड करने की घोषणा कर छात्रों को शांत किया।
सोमवार की दोपहर बाद तक दरोगा के खिलाफ केस दर्ज नहीं होने पर छात्र एक बार फिर एकजुट हुए और सिंहद्वार पर धरना शुरू कर दिया। छात्रों को आसपास के दुकानदारों का भी समर्थन मिला को सिंह द्वार को भी बंद कर दिया गया। छात्रों की मांग है कि सस्पेंड किए गए चौकी प्रभारी चितईपुर प्रकाश सिंह के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही कैंपस में तैनात पुलिसवालों को तत्काल बाहर किया जाए। सिर गेट पर स्थित पुलिस चौकी को हटाया जाए। कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जब तक मुकदमा नहीं दर्ज होगा तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रों के धरना को देखते हुए सीओ चेतगंज अनिल कुमार और सीओ भेलूपुर फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पीएससी भी बुलाई गई है। छह घंटे बाद रात 11 बजे धरना खत्म हुआ और गेट खुल सका।