SIT करेगी छात्रा की मौत की जांच, प्रियंका गांधी की चिट्ठी पर जागी योगी सरकार
लखनऊ
मैनपुरी में नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा की मौत मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है. प्रियंका गांधी ने इस मामले में सीएम योगी को चिट्ठी लिखी थी साथ ही इस मामले में विस्तृत जांच कराने का अनुरोध किया था.
योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसपी मैनपुरी अजय शंकर राय को हटा दिया है, साथ ही शामली के एसपी अजय कुमार मैनपुरी के नए पुलिस कप्तान बनाए गए हैं. लापरवाही बरतने पर अजय शंकर राय के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. तीन सदस्यीय एसआईटी छात्रा की मौत मामले की जांच करेगी. कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में एसआईटी पूरे मामले की जांच करेगी.
सीबीआई जांच के लिए सरकार दोबारा रिमाइंडर भी भेजेगी. 27 सितंबर 2019 को सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. 2 महीने बाद भी सीबीआई ने जांच लेने पर कोई निर्णय नहीं लिया है.
प्रियंका गांधी ने योगी को लिखी थी चिट्ठी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय की एक छात्रा की कथित आत्महत्या की जांच कराने की मांग की थी. प्रियंका गांधी ने कहा था कि राज्य में लड़कियों की सुरक्षा के लिए इस मामले में कार्रवाई बहुत जरूरी है.
प्रियंका गांधी ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि यह घटना हृदयविदारक है और राज्य में विभिन्न संस्थानों में पढ़ रहीं लड़कियों की सुरक्षा के लिहाज से यह महत्व रखती है. प्रियंका ने इस दौरान कई सवाल भी खड़े किए थे. प्रियंका ने पत्र में लिखा था कि सुभाष पांडेय की बेटी का शव रहस्यमय परिस्थिति में हॉस्टल में पाया गया. उसके शव पर चोट के निशान थे, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कहती है कि शव पर चोट के कोई निशान नहीं थे. मृतका के परिवार ने कहा है कि लड़की की हत्या की गई है.
संदिग्ध हालत में मिला था शव
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि लड़की के शव का अंतिम संस्कार भी परिवार के सदस्यों की अनुपस्थिति में कर दिया गया. भोगांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की 11वीं की छात्रा अनुष्का पांडेय (17) का शव 16 सितंबर को उसके छात्रावास के कमरे में छत से लटका हुआ पाया गया था.
प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उन्हें यह जानने का पूरा अधिकार है कि उनकी बेटी के साथ क्या हुआ और कौन लोग उसमें शामिल थे. क्या प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रही है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक छात्रा के कमरे में एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने लिखा था कि वह इसलिए यह कदम उठा रही है, क्योंकि उसकी रूममेट्स ने कुछ स्नैक्स की चोरी को लेकर सार्वजनिक रूप से उसकी बेइज्जती की थी. लेकिन अनुष्का के पिता ने स्कूल की प्राचार्या सुषमा सागर, हॉस्टल की वार्डन और दो विद्यार्थियों के खिलाफ यह कहते हुए एफआईआर दर्ज कराई कि उनकी बेटी की हत्या की गई.