रायपुर को ओडीएफ बनाने वाले नागरिकों के सम्मान के लिए मुख्यमंत्री एयरपोर्ट से सीधे पहुंचे कार्यक्रम में
मुख्यमंत्री ने कहा: बिना नाम की आशा के स्वच्छता के प्रति जनचेतना जगाने वाले नागरिकों का मैं अभिनन्दन करता हूं
मुख्यमंत्री शामिल हुए कचरा प्रबंधन कार्यशाला में
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज रात राजधानी रायपुर को ओडीएफ बनाने में सहयोग देने वाले नागरिकों के सम्मान के लिए एयरपोर्ट से सीधे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। डॉ. सिंह ने रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय ‘कचरा प्रबंधन कार्यशाला’ में इन नागरिकों का सम्मान करते हुए कहा कि बिना नाम और प्रतिष्ठा की आशा के लोगों में स्वच्छता के प्रति जनचेतना जगाने वाले राजधानी के नागरिकों का मैं अभिनन्दन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना जनभागीदारी और इच्छा शक्ति के कोई भी कार्यक्रम जन-आंदोलन नहीं बन सकता। राजधानी रायपुर के नागरिकों ने स्वच्छता के अभियान को अपनी भागीदारी और इच्छा शक्ति से जन-आंदोलन बना दिया है। अब हम सब के सामने सबसे बड़ी चुनौती रायपुर को खुले में शौच मुक्त बनाने रखने की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों के खुले में शौच मुक्त होने पर नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल सहित नगरीय प्रशासन विभाग के सभी अधिकारियों और नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक सत्यनारायण शर्मा, देवजी भाई पटेल और श्रीचंद सुन्दरानी, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, विशेष अतिथि के रूप में कार्यशाला में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘टायलेट माई राईट’ के व्हाट्सएप के वर्जन-2 के लोगो और ‘सिटी हाईजिन अवार्ड’ की ट्रॉफी का अनावरण किया। ‘टायलेट माई राईट’ के व्हाट्सएप के वर्जन-2 के जरिए पेट्रोल पंप, होटल, मॉल जैसे सार्वजनिक संस्थान अपने टायलेट सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध कराने की सहमति की घोषणा कर पाएंगे। ‘सिटी हाईजिन अवार्ड’ से स्वच्छता में सबसे बेहतर काम करने वाले स्कूल, अस्पताल और ऐसे सार्वजनिक संस्थान जहां प्रतिदिन बड़ी मात्रा में कचरा उत्पन्न होता है, को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में राजधानी के स्वच्छता आंदोलन में योगदान देने वाले नागरिकों सहित ‘5 एएम आर्मी’ और सामाजिक संस्था ‘बंच ऑफ फूल्स’ और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। कार्यशाला के आयोजन में फिक्की और पीडब्ल्यूसी संस्थाओं ने सहयोग दिया।
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सिटी हाईजिन अवार्ड से सम्मानित होने वाले संस्थानों के नाम नगर निगम कार्यालय में प्रदर्शित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता आंदोलन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। यह प्रसन्नता की बात है कि शहरों में नागरिकों और गांवों में ग्रामीणों की भागीदारी से छत्तीसगढ़ में स्वच्छता का प्रतिशत 18 से बढ़कर 84 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन के अम्बिकापुर नगर निगम के मॉडल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देश का सर्वश्रेष्ठ मॉडल है, जिसे बहुत जल्द राजधानी रायपुर में भी लागू किया जाएगा। नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने कहा कि घर में शौचालय बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा चार हजार रूपए की राशि दी जाती है और शेष राशि संबंधित नगरीय निकाय और संबंधित नागरिक को देनी होती है लेकिन छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केन्द्र के अंशदान के अलावा बारह हजार रूपए की राशि राज्य शासन के बजट से उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। इस वजह से छत्तीसगढ़ में घरों में शौचालय बनाने के काम में तेजी आयी और धन राशि की कमी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए दो अक्टूबर 2019 का लक्ष्य दिया है लेकिन छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की पहल से नगरीय निकाय दो वर्ष पहले ही खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं। नगर निगम रायपुर के आयुक्त रजत बंसल ने स्वागत भाषण दिया और आभार प्रदर्शन नगर निगम के महापौर प्रमोद दुबे ने किया। इस अवसर पर नगरीय विकास विभाग के संचालक निरंजन दास, रायपुर कलेक्टर ओ.पी. चौधरी, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।