दलीप ट्रोफी में नहीं दिखती टीम भावना, उम्मीद है कि गांगुली इसमें सुधार करेंगे: सचिन तेंडुलकर
कोलकाता
चैंपियन क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर का मानना है कि दलीप ट्रोफी में खिलाड़ियों का ध्यान टीम से अधिक व्यक्तिगत प्रदर्शन पर रहता है। सचिन ने उम्मीद जताई है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली को इसमें बदलाव करना चाहिए। तेंडुलकर ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि गांगुली दलीप ट्रोफी को देखें। यह ऐसा टूर्नमेंट है कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और अगले टूर्नमेंट पर ज्यादा फोकस करते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं।' उन्होंने कहा, 'यदि आईपीएल की नीलामी है या टी20 टूर्नमेंट या वनडे है तो खिलाड़ी उसी तरह से खेलते हैं। वे टीम के लिए नहीं खेलते। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।' दलीप ट्रोफी पांच टीमों का क्षेत्रीय टूर्नमेंट था लेकिन अब इसमें इंडिया ब्लू, इंडिया ग्रीन और इंडिया रेड टीमें राउंड रॉबिन प्रारूप में खेलती हैं। तेंडुलकर ने कहा, 'मैं इसमें बदलाव देखना चाहता हूं क्योंकि क्रिकेट हमेशा से टीम का खेल रहा है। यह टीम भावना और एक टीम के रूप में साथ खेलने को लेकर है। इसमें व्यक्तिगत प्रदर्शन पर फोकस नहीं रहना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि इसे रणजी ट्रोफी फाइनल के तुरंत बाद खेला जाना चाहिए और उन चार टीमों के बीच होना चाहिए जो सेमीफाइनल तक पहुंची हैं और पूरा सत्र साथ में खेलती हैं। उन्होंने कहा, 'शीर्ष चार रणजी टीमों के साथ दो और टीमें इसमें हों क्योंकि ऐसी कई टीमें होंगी, जिनमें प्रतिभाशाली खिलाड़ी होंगे लेकिन क्वॉलिफाइ नहीं कर पातीं। अंडर 19, अंडर 23 अलग-अलग टीमों से इन खिलाड़ियों को लिया जा सकता है।'