भारत ने सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में बांग्लादेश को 46 रन से दी शिकस्त
कोलकाता
कैप्टन विराट कोहली (136) और पेसरों के दम पर भारतीय टीम ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश को सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में तीसरे ही दिन पारी और 46 रन से हरा दिया। कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में पिंक बॉल से डे-नाइट फॉर्मेट में खेले गए इस टेस्ट मैच में भारत को तीसरे दिन जीत के लिए 4 विकेट की दरकार थी। मेजबान टीम ने शुरुआती घंटे में ही मैच जीत लिया। इस जीत के साथ उसने टेस्ट चैंपियनशिप में अपना अजेय रेकॉर्ड कायम रखा।
तीसरे दिन पेसर उमेश यादव ने 3 विकेट झटके और महमूदुल्लाह रिटायर्ड हर्ट होने के चलते मैदान पर नहीं लौटे। इस तरह बांग्लादेश की दूसरी पारी 41.1 ओवर में 195 रन पर सिमट गई। भारत ने बांग्लादेश की पहली पारी 106 रन पर समेटने के बाद दूसरे दिन 9 विकेट पर 347 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की थी। मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज इशांत शर्मा ने इस डे-नाइट टेस्ट में कुल 9 विकेट अपने नाम किए।
भारतीय टीम की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऐसा क्रिकेट इतिहास में पहली बार है जब लगातार 4 टेस्ट मैच किसी टीम ने पारी से जीते। इससे पहले सीरीज का पहला टेस्ट मैच इंदौर में भारत ने पारी और 130 रन से जीता था।
टीम इंडिया के लिए पेसर इशांत शर्मा ने मैच में कुल 9 विकेट झटके जबकि उमेश यादव ने कुल 8 विकेट अपने नाम किए। मोहम्मद शमी को पहली पारी में 2 विकेट मिले। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सर्वाधिक 136 रनों की पारी खेली। उन्होंने 194 गेंदों की अपनी पारी में 18 चौके लगाए।
लगातार 4 टेस्ट में पारी से जीत, रेकॉर्ड
भारत की इस जीत ने एक नया रेकॉर्ड भी अपने नाम किया है। यह टीम इंडिया की लगातार 4 टेस्ट जीत है, जिसमें उसने पारी और रनों के अंतर जीत दर्ज की है। इससे पहले दुनिया की कोई भी टीम ऐसा नहीं कर पाई थी। भारत ने बांग्लादेश को दोनों टेस्ट में पारी और रनों से अंतर से मात दी थी और इससे पहले यहां आई साउथ अफ्रीकी टीम को भी रांची और पुणे टेस्ट में पारी और रनों के अंतर से ही मात दी थी।
अकेले लड़े रहीम
बांग्लादेश के लिए इस टेस्ट मैच में सिर्फ उसके सीनियर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम लड़ते नजर आए। मुश्फिकुर रहीम ने 74 रन का अहम योगदान दिया लेकिन उन्हें अपनी टीम की हार टालने के लिए दूसरे छोर से किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिला। मुश्फिकुर ने महमूदुल्लाह के साथ एक छोटी सी साझेदारी कर अपनी टीम की कुछ उम्मीदें जरूर जगाई थीं। लेकिन 39 के निजी स्कोर पर महमूदुल्लाह की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और वह दोबारा बैटिंग पर नहीं उतर पाए।