मैलावाड़ा ब्लास्ट में शामिल नक्सली सर्चिंग के दौरान गिरफ्तार
दंतेवाड़ा
कुआकोंडा थाना और सीआरपीएफ के जवानों ने बड़ेगुडरा इलाके से एक नक्सली सदस्य की गिरफ्तार की है। इसकी पहचान बड़ेगुडरा के लोहारपारा निवासी लखमा पिता हड़मा सोढ़ी के रूप में हुई।
नक्सलियों के दंडकारण्य किसान मजदूर संगठन का सदस्य रहा
पुलिस से इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार आरोपित नक्सलियों के दंडकारण्य किसान मजदूर संगठन का सदस्य था। गिरफ्तार नक्सली मैलावाड़ा लैंडमाइंस ब्लास्ट की वारदात सहित अन्य अपराधों में संलिप्त था।
इलाके में सर्चिंग के लिए निकली थी फोर्स
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इलाके में सर्चिंग के लिए फोर्स निकली थी। तभी सूचना मिली कि आगे कुछ नक्सली मौजूद हैं। फोर्स घेराबंदी कर लखमा को धर दबोचा। उसने बताया कि 2016 से वह नक्सल संगठन से जुड़ा है।
बताया जाता है कि नक्सली ने इस दौरान मैलावाड़ा ब्लास्ट सहित कई सड़क काटने, बम लगाने, बुरदीकरका के बुधराम की हत्या, लखापाल- तोयलंका मार्ग में पोकलैंड, जेसीबी, पानी टंकी आदि में आग लगाने आदि वारदात में सक्रिय भूमिका निभाया था। उसका मुख्य काम पुलिस की रेकी करना, भोजन, बैठक की व्यवस्था, प्रचार प्रसार, इलाके में फोर्स आने पर पटाखा फोड़ना आदि प्रमुख था।
वहीं जिले के पोटाली में पुलिस कैंप खुलने के बाद स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है। बुधवार गांव का साप्ताहिक बाजार भरा। बाजार स्थल पर फोर्स भी मौजूद रही। हालांकि बाजार में बड़े और बाहरी व्यापारी नहीं पहुंचे थे लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने साग- भाजी की जमकर खरीद- फरोख्त की। बाजार पहुंची महिलाओं के पास बाड़ी में उगाए ताजी सब्जियों के अलावा कोदो- कुटकी और अंडे, मुर्गी आदि की भी क्रय – विक्रय किया।
ग्रामीणों द्वारा लाए गए साग- भाजी को मौजूद जवानों ने खरीदा है। ग्रामीणों का कहना है कि बाजार में पालनार, बचेली, किरंदुल और नकुलनार के व्यापारी भी आएंगे तो उन्हें अनेक सामान खरीदने के लिए मीलों चलना पड़ेगा। बताया कि पूर्व में यहां बड़ा बाजार भरता था। सड़क काटने और नक्सली भय से बाहरी व्यापारी नहीं पहुंचते। कुछ गल्ला व्यापारी धान- महुआ खरीदने आते हैं, जिनसे अच्छा दाम नहीं मिलता। इसलिए भी पालनार, नकुलनार बाजार में सामान बेचने के लिए जाते हैं।