आदिवासी नृत्य को राष्ट्रीय पहचान मिले,व्यापक तैयारी
रायपुर
छत्तीसगढ़ सरकार पहली बार एक अनूठा और भव्य आयोजन आदिवासी नृत्य का करने जा रही है इसे राष्ट्रीय स्तर पर न केवल पहचान दिलाने बल्कि इसमें सहभागिता के लिए भी अथक प्रयास किए जा रहे हैं। कोई चूक न हो इसलिए राज्यों व उनके प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने का जिम्मा राज्यवार सीधे मंत्रियों को सौंप दिया गया है। देश भर के कलाकारों को एक मंच मिलेगा। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार भी राज्य सरकार की ओर से की जा रही है।
मंत्री टीएस सिंहदेव को तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना,ताम्रध्वज साहू को उड़ीसा, झारखंड,रविंद्र चौबे को राजस्थान, गुजरात,प्रेमसाय सिंह को बिहार, उत्तर प्रदेश, मोहम्मद अकबर को केरल, कर्नाटक,कवासी लखमा को हरियाणा,शिव डहरिया को नागालैंड, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर,अनिला भेडि?ा को पश्चिम बंगाल,जयसिंह अग्रवाल को गोवा, महाराष्ट्र गुरू रूद्र कुमार को त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम,उमेश पटेल को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड,अमरजीत भगत को लद्दाख, असम, सिक्किम,मोहन मरकाम को मध्यप्रदेश,धनेंद्र साहू को पंजाब,अमितेश शुक्ल को पुंडुचेरी की जिम्मेदारी दी गयी हैं।